रामविलास पासवान ने की थीं दो शादियां, दूसरी पत्नी के बेटे हैं चिराग, जानिए कुछ खास बातें
नई दिल्ली। टीडीपी और वाईएसआर-कांग्रेस की ओर से दिए गए अविश्वास प्रस्ताव को झेल रही बीजेपी को उस वक्त करारा झटका लगा कि जिस वक्त लोकजनशक्ति पार्टी प्रमुख और केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने भी भाजपा को अपनी छवि सुधारने की सलाह दे डाली। उन्होंने माना है कि मोदी सरकार को अल्पसंख्यक विरोधी छवि सुधारने की दरकार है। पटना में एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बात कही, हालांकि उनके बयान के तूल पकड़ने से पहले ही उनके बेटे चिराग पासवान ने अपने पिता से अलग बात कहकर एक नई बहस को जन्म दे दिया।
राम विलास पासवान के बदले तेवर, बोले-'दलितों और मुस्लिमों को लेकर सोच बदले BJP'
चिराग पासवान
चिराग ने कहा कि अल्पसंख्यकों के विकास के मामले में भ्रम फैलाया जा रहा है। मुझे नहीं लगता कि इस सरकार से ज्यादा दलितों और अल्पसंख्यकों के लिए किसी और सरकार में योजनाएं आई हैं जो क्रियान्वित हुईं। चिराग ने दलितों और अल्पसंख्यकों के विकास के मामले पर जो भ्रम फैलाया जा रहा है इसमें पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी शामिल हैं। हम कहीं नहीं जा रहे हैं और साल 2019 में लोकसभा चुनावों के बाद भी पीएम नरेंद्र मोदी ही बनेंगे।
बयानों और कयासों का दौर जारी
फिलहाल ये राजनीति है, जहां बयानों और कयासों का दौर हमेशा जारी रहेगा। लेकिन इस बयान की वजह से एक बार फिर से चर्चा में राम विलास पासवान और चिराग पासवान आ गए हैं। चलिए एक नजर डालते हैं रामविलास पासवान के निजी जीवन पर...
चिराग पासवान रामविलास की दूसरी शादी की संतान
लोजपा नेता और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने दो शादियां की थी और चिराग पासवान उनकी दूसरी शादी की संतान हैं, उनकी पहली शादी 1960 में राजकुमारी देवी से तो दूसरी रीना से 1983 में हुई। 1981 में रामविलास पासवान ने अपनी पहली पत्नी को तलाक दे दिया था, उन्हें पहली शादी से दो बेटियां ऊषा और आशा हैं।
1983 में रामविलास पासवान ने रीना शर्मा से शादी की
1983 में रामविलास पासवान ने रीना शर्मा से शादी की जो कि उस समय एयर होस्टेस थीं और पंजाबी हिंदू फैमली में जन्मीं थी। वो मूलत: अमृतसर की रहने वाली हैं। इस शादी से राम विलास पासवान को दो बच्चे एक बेटा और एक बेटी हैं, बेटे का नाम चिराग पासवान हैं।
फिल्म 'मिले हम ना मिले तुम' में किया था काम
चिराग बॉलीवुड में हीरो बनना चाहते थे उनकी साल 2011 में एक फिल्म 'मिले हम ना मिले तुम' आयी थी जो बॉक्सऑफिस पर बुरी तरह से फ्लॉप रही।इसके बाद चिराग अपने पापा के साथ राजनीति में एक्टिव हो गये और साल 2014 में वो जमुई से सांसद चुने गए।