राजस्थान: पटरियों पर डेरा डाले बैठे गुर्जर आंदोलन से दर्जनों ट्रेनें कैंसिल और डायवर्ट, आम जनता परेशान
जयपुर। राजस्थान गुर्जर आंदोलन की आग ने पूरे राज्य के लोगों को परेशान कर दिया है। इस आंदोलन ने सबसे ज्यादा प्रभावित रेलवे को किया है, जिससे पिछले तीन दिनों से हर रोज दर्जनों ट्रेनों को रद्द करना पड़ रहा है। आरक्षण की मांग गुर्जर समुदाय के लोग पटरियों पर डेला डालकर बैठे हैं, लेकिन आम समस्या से निपटने के लिए सरकार की तरफ से अभी तक कोई ठोस उपाय दिखता नजर नहीं आ रहा है। वहीं, रेलवे को इस आंदोलन से रोजाना करोड़ों रुपये का नुकसान भी हो रहा है।
गुर्जर आंदोलन की वजह से उत्तरी रेलवे को 10 फरवरी को कोटा डिवीजन की 18 ट्रेनें रद्द करनी पड़ी हैं। वहीं, 10 फरवरी को इसी रूट की 13 ट्रेनों को डायवर्ट किया गया है और 11 फरवरी को भी 5 ट्रेनों को डायवर्ट किया जाएगा।
इस आंदोलन की वजह से बाकि की ट्रेनें भी कैंसिल करनी पड़ रही है। एएनआई न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, 11 फरवरी को 10 ट्रेनें, 12 फरवरी को 12 ट्रेनें और 13 फरवरी को 15 ट्रेनों को कैंसिल करना पड़ रहा है।
गुर्जर आंदोलन के तीन दिन हो चुके हैं। राजस्थान के गुर्जर समाज के लोग रेल पटरियों पर डटे हुए हैं। राजस्थान में ट्रेनों का संचालन गड़बड़ाने के साथ-साथ बसों का परिवहन भी प्रभावित होने लगा है। दिल्ली-मुम्बई ट्रैक तो आंदोलन शुरू होने के कुछ समय बाद से ही जाम है। पटरियों पर तंबू गाड़ कर बैठे गुर्जर सरकार से 5 फीसदी आरक्षण की मांग कर रहे हैं।