राजस्थान विधानसभा चुनाव: बीजेपी से नाराज हुए सरकारी कर्मचारी, मतदान करने को लेकर किया बड़ा ऐलान
नई दिल्ली। राजस्थान विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है। इसी के साथ सभी सियासी दलों ने चुनावी गुणा-गणित बैठाना शुरू कर दिया है। इस बीच प्रदेश में सत्ता संभाल रही बीजेपी के लिए चौंकाने वाली खबर आ रही है। राजस्थान के सरकारी कर्मचारियों ने प्रदेश की वसुंधरा राजे सरकार से नाराजगी जताई है। दरअसल ये कर्मचारी अपनी कुछ मांगों को लेकर हड़ताल पर थे। उन्हें उम्मीद थी कि चुनाव के पहले उनकी मांगों पर प्रदेश सरकार सुनवाई करेगी। लेकिन चुनाव घोषित होने के बावजूद भी ऐसा नहीं हुआ तो इन कर्मचारियों ने बड़ा ऐलान कर दिया है।
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'आगामी चुनाव में नहीं करेंगे बीजेपी को समर्थन'
चुनाव आयोग ने शनिवार को राजस्थान में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया। राजस्थान विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले ही हड़ताल पर गए सरकारी कर्मचारियों ने हड़ताल खत्म करने की घोषणा कर दी। इतना ही नहीं उन्होंने अहम ऐलान करते हुए कहा कि आगामी चुनाव में वो भारतीय जनता पार्टी का समर्थन नहीं करेंगे। उनका कहना था कि सरकार ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया, इसलिए कर्मचारी इस चुनाव में अपना फैसला सुनाएंगे।
कर्मचारियों ने खत्म की हड़ताल
दरअसल राजस्थान में हड़ताल पर गए ज्यादातर सरकारी कर्मचारियों की मांग सातवां वेतन आयोग लागू कराने की थी। इसके अलावा नई भर्ती, रिटायरमेंट के बाद मिलने वाले पे-ग्रेड को बढ़ाने समेत कई मांग सरकार के सामने रखी थी। उनका आरोप है कि प्रदेश की वसुंधरा राजे सरकार ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया। इधर चुनाव की घोषणा के बाद अब आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है।
कर्मचारियों ने सरकार के रवैये पर उठाए सवाल
राजस्थान राज्य कर्मचारी यूनियन के प्रदेश महासचिव ने कहा कि प्रदेश सरकार ने पहले बातचीत में देरी की, अब आचार संहिता लागू हो गई है। ऐसे में प्रदेश के सरकारी कर्मचारी ने आगामी चुनाव में बीजेपी के साथ नहीं जाने का फैसला किया है। सरकारी कर्मचारियों के इस ऐलान से माना जा रहा है कि इस चुनाव में बीजेपी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। फिलहाल सभी को इंतजार चुनावों का है।
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