बीमार रेलवे को सुधारने के लिए प्रभु ने लिया मेट्रोमैन का सहारा
नयी दिल्ली। दिल्ली मेट्रो को सफलतापूर्व क्रियान्वित कर दुनिया की दूसरे सबसे बेहतर मेट्रो बनाकर इतिहास रचने वाले मेट्रोमैन ई श्रीधरन एक बार फिर से एक्शन में आ गए है। श्रीधरन जल्द ही अपने पुराने महकमे रेलवे में वापसी कर सकते हैं। रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने श्रीधरन को नई जिम्मे दारी सौंपने का फैसला किया है।
रेलमंत्री ने 82 साल के श्रीधरन को ऐसी कमेटी का अध्यक्ष बनाने का फैसला किया है जो रेलवे में पारदर्शिता लाने का काम करेगी। ये समिति ऐसी प्रणाली का निर्माण करेगी, जिसकी मदद से रेलवे में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जाएगी।
यही कमेटी रेलवे में टेंडरिंग समेत सभी वित्तीय मामलों का भी फैसला करेगी। ये कमेटी अपनी रिपोर्ट 4 हफ्तों के बीच सौंपेगी। उसकी रिपोर्ट में अपनी प्रणाली और प्रावधानों की जानकारी शामिल होगी। माना जा रहा है सही और समयबद्ध तरीके से काम को संपन्न करने के लिए प्रबंधन सूचना तंत्र का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
मेट्रो के पहले प्रबंध निदेशक रहे ई श्रीधरन ने दिल्ली मेट्रो में असाधाराण काम करके दिखाया था। उन्हें साल 2001 में पद्मश्री और साल 2008 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।