मोरबी ब्रिज हादसे पर बोले राहुल गांधी "इसका राजनीतिकरण नहीं करना चाहता"
मोरबी ब्रिज हादसे पर बोले राहुल गांधी "इसका राजनीतिकरण नहीं करना चाहता "
Morbi Cable Bridge: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को आगामी गुजरात चुनाव जीतने के लिए अपनी पार्टी की क्षमता पर भरोसा जताया। तेलंगाना के कोथुर शहर में 'भारत जोड़ी यात्रा' के दौरान एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए, 52 वर्षीय गांधी ने दावा किया कि आम आदमी पार्टी (आप) को राज्य में कोई समर्थन नहीं है और केवल विज्ञापनों के माध्यम से चर्चा पैदा करने में सफल रही है।
केबिल ब्रिज गिरने पर सवाल उठ रहे
गुजरात में मोरबी केबिल ब्रिज रविवार की शाम को गिर गया जिसमें लगभग 135 लोगों की मौत हो गई। इतने बड़े हादसे के दर्दनाक मंजर को देखकर हर कोई दहल गया। एक सदी पुराने ऐतिहासिक झूलने वाले ब्रिज के अचानक ढहने पर कई सवाल उठ रहे हैं।
मैंने किसी हाल में ऐसा नहीं करूंगा
वहीं कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से जब इस घटना पर पूछा गया तो उन्होंने बडी ही विनम्रता से कहा कि वो इस घ घटना का राजनीतिकरण करना नहीं चाहते। इस दर्दनाक घटना का राजनीतिकरण करना उन लोगों के प्रति अनादर होगा जिन्होंने अपनी जान गंवाई है। वो किसी भी हाल में ऐसा नहीं करेंगे।
राहुल गांधी ने तेलंगाना में बोली ये बात
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का प्रतिनिधित्व कर रहे राहुल गांधी सोमवार को तेलंगाना में थे। हैदराबाद में उन्होंने प्रेस वार्ता के बाद एक कार्यक्रम में मोरबी केबिल ब्रिज पर मारे गए लोगों की याद में आज दो मिनट का मौन रखा।
मोरबी
पुल
ढहने
के
लिए
आप
किसे
जिम्मेदार
मानते
हैं?
तेलंगाना
से
गुजर
रही
इस
भारत
जोड़ो
यात्रा
के
दौरान
पूर्व
कांग्रेस
अध्यक्ष
से
पूछा
गया
कि
मोरबी
में
त्रासदी
के
लिए
उन्हें
कौन
जिम्मेदार
लगता
है।
इस
पर
उन्होंने
जवाब
देते
हुए
कहा
"मैं
इस
घटना
का
राजनीतिकरण
नहीं
करना
चाहता।
लोगों
ने
वहां
जान
गंवाई
है।
ऐसा
करना
उनके
लिए
अपमानजनक
है।
इसलिए
मैं
ऐसा
नहीं
करने
जा
रहा
हूं।"
नवीनीकरण
के
बाद
इसे
खोला
गया
था
ब्रिटिश
काल
में
आज
से
143
साल
पहले
मच्छू
नदी
पर
बने
केबल
ब्रिज
की
मरम्मत
और
नवीनीकरण
के
बाद
अभी
6
दिन
पहले
ही
लोगों
के
लिए
इसे
खोला
गया
था।
ब्रिज
खुलते
ही
एक
साथ
क्षमता
से
अधिक
लोग
चढ़
गए
और
झूले
की
तरह
झूलने
वाले
पुल
को
लोग
जोर-जोर
से
हिलाने
लगे
जिसके
चंद
मिनट
बाद
ही
ये
ऐतिहासिक
पुल
गिर
गया
जिस
पर
खड़े
लोग
गहरी
नदी
में
समा
गए।।
मरने
वालों
में
भारी
संख्या
में
महिलाएं
और
बच्चे
भी
शामिल
थे।