आगरा के कॉलेज में जूनियर से अश्लील मैसेज पढ़वाते थे सीनियर छात्र
आगरा। शिक्षण संस्थानों में यूं तो रैगिंग पूरी तरह से वर्जित है और ऐसा करते पाए जाने पर सजा का प्रावधान है। लेकिन आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में छात्र अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। यहां छात्रों ने रैगिंग का नया तरीका ढूंढ़ निकाला हैय़ यहां छात्र व्हाट्सएप पर अश्लील मैसेज भेजकर जबरन अन्य छात्रों से पढ़वाते हैं, लेकिन जो छात्र ऐसा करने से इनकार करता है उसके साथ मारपीट की जाती है। कई पीड़ित छात्रों ने इस बाबत अपने माता-पिता से शिकायत की है साथ ही कॉलेज की एंटी रैगिंग सेल को भी जानकारी दी है।
छात्रों से डिलीट कराए गए मैसेज
घटना सामने आने के बाद कॉलेज प्रशासन इसे दबाने में जुट गया है और तमाम छात्रों के फोन से इन अश्लील मैसेज को डिलीट करने को कहा जा रहा है। आरोपी छात्रों के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाए छात्रों के मैसेज डिलीट कराए जाए रहे हैं और उन्हें चेतावनी दी जा रही है कि वह भविष्य में इस तरह की हरकत ना करें। जानकारी के अनुसार सीनियर छात्रों ने अपने जूनियर छात्रों को अश्लील मैसेज व्हाट्सएप पर भेजे हैं, इसके अलावा इन मैसेज में छात्रों का हेयर स्टाइल, ड्रेस आदि तक तय किया गया है।
क्या है इस मैसेज में
सीनियर छात्र जूनियर छात्रों को एकांत में बुलाते हैं और उनसे इन अश्लील मैसेज को पढ़ने को कहते हैं, साथ ही जो छात्र ऐसा करने से इनकार करता है उसके साथ मारपीट करते हैं। छात्रों को सात पेज का मैसेज भेजा गया है जिसमे पहले पेज पर रोज की याद रखने वाली बात, दूसरे पर खुद का परिचय देने की बात कही गई है और संस्थान की शपथ भी इसमे दर्ज है। तीसरे पेज पर शारीरिक अंगों की परिभाषा, लड़कियों के प्रकार, मेडिकल कोर्ट की परिभाषा, लॉ ऑफ न्यूटन आदि बताया गया है।
अश्लील भाषा में मैसेज
गौर करने वाली बात यह है कि यह सभी बातें अश्लील भाषा में लिखी गई है। जानकारी के अनुसार सीनियर छात्र जूनियर छात्रों को क्लास खत्म होने के बाद एकांत में बुलाते हैं और उन्हें इसे पढ़ने के लिए कहते हैं। जो छात्र इससे इनकार करता है उसके साथ मारपीट करते हैं। घटना सामने आने के बाद एंटी रैगिंग सेल ने आरोपी छात्रों को तलब करके उनके फोन से इन मैसेज को डिलीट करवाया।
नहीं मिली लिखित शिकायत
वहीं इस मामले में एंटी रैगिंग सेल के अध्यक्ष एसके कठारिया का कहना है कि उन्हें लिखित में कोई शिकायत नहीं मिली है। हालांकि उन्होंने कहा कि प्रिंसिपल जीके जनेजा ने सभी फैकल्टी के सीनियर छात्रों के साथ मीटिंग की और रैगिंग के दुष्परिणाम के बारे उन्हें चेतावनी दी है। यही नहीं कॉलेज के भीतर फ्रेशर पार्टी पर भी रोक लगा दी गई है। आपको बता दें कि इससे पहले भी इस कॉलेज में इस तरह की घटना सामने आ चुकी है, जब 2015 में छात्रों के साथ मारपीट का मामला सामने आया था।
इसे भी पढ़ें- पीएम मोदी का नंबर दिखाकर देता था झांसा, सांसद बनवाने के नाम पर ठगे 1 करोड़