पुलवामा हमला: अमेरिका ने कहा भारत का हर फैसला हमें मंजूर, आत्मरक्षा का पूरा अधिकार
वॉशिंगटन। गुरुवार को हुए पुलवामा आतंकी हमले के बाद शुक्रवार सुबह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जॉन बोल्टन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एनएसए अजित डोवाल से फोन पर बात की। बोल्टन ने इस दौरान डोवाल से साफ कर दिया है कि आत्मरक्षा के लिए भारत जो भी फैसला लेगा या कदम उठाएगा, अमेरिका उसका समर्थन करता है। बोल्टन ने पुलवामा हमले पर शोक जताया और भारत के काउंटर-टेररिज्म में उसकी पूरी मदद करने का भरोसा भी दिया है।
विदेश मंत्री पोंपेयो ने भी पाक को दिया संदेश
बोल्टन ने न्यूज एजेंसी पीटीआई के साथ बातचीत में कहा, 'मैंने अजित डोवाल से बात की और कहा कि हम भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करते हैं। मैंने उनसे दो बार बात की है और अमेरिकी की ओर से संवेदनाएं जाहिर की हैं।' बोल्टन ने कहा कि अमेरिका इस बात को लेकर बहुत ही साफ है कि पाकिस्तान को आतंकियों के सुरक्षित ठिकानों को तबाह करना ही पड़ेगा। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपेयो की ओर से भी यही बात कही गई है और उन्होंने साफ कर दिया है कि पाक को देश के अंदर मौजूद आतंकी ठिकानों को खत्म करना होगा। पोंपेयो ने भी ट्वीट कर कहा है कि भारत आतंकवाद का सामना कर रहा है और पाकिस्तान में मौजूद आतंकियों के सुरक्षित ठिकाने अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए बड़ा खतरा हैं।
अमेरिका ने अपने नागरिकों को किया आगाह
गुरुवार को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद अमेरिका एक्शन मोड में आ गया है। ट्रंप के प्रशासन की ओर से पाक को चेतावनी तो दी ही गई है साथ ही साथ नागरिकों को भी आगाह किया गया है। दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के कॉन्वॉय पर हुए आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हो गए हैं। इस हमले को जैश-ए-मोहम्मद ने अंजाम दिया है। हमले के साथ ही घाटी ने कई वर्ष बाद खतरनाक सुसाइड अटैक भी झेला।गुरुवार को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद अमेरिका एक्शन मोड में आ गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन की ओर से पाक को चेतावनी तो दी ही गई है साथ ही साथ नागरिकों को भी आगाह किया गया है। विदेश विभाग की ओर से इसके साथ ही अपने नागरिकों के लिए एक ट्रैवल एडवाइजरी भी जारी की गई है। इस एडवाइजरी में उनसे कहा गया है कि वह आतंकवाद की वजह से पाकिस्तान जाने से बचे।