नहीं रहे वरिष्ठ पत्रकार राजकिशोर, फेफड़ों में संक्रमण के कारण एम्स में थे भर्ती
नई दिल्ली: हिंदी के वरिष्ठ पत्रकार और लेखक राजकिशोर का फेफड़ों में संक्रमण के कारण निधन हो गया। राजकिशोर 71 वर्ष के थे और करीब 20 दिनों से उनको सांस लेने में दिक्कत हो रही थी इसके बाद उन्हें इलाज के लिए एम्स में भर्ती कराया गया था जहां आईसीयू में सोमवार को उन्होंने आखिरी सांस ली। करीब दो माह पहले ही उनके 40 वर्षीय बेटे की मृत्यु हो गई थी। विवेक की मृत्यु ब्रेन हैम्रेज के कारण हुई थी।
दो माह के भीतर ही उनके परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है। बताया जा रहा है कि दो माह पहले अपने बेटे को खोने के बाद उन्हें गहरा सदमा लगा था और वो इससे उबर नहीं पाए। उनके परिवार में अब उनकी पत्नी और एक बेटी हैं।
2 जनवरी 1947 को पश्चिम बंगाल के कोलकाता में राजकिशोर का जन्म हुआ था। 'तुम्हारा सुख' और 'सुनंदा की डायरी' जैसे उपन्यास के अलावा 'पाप के दिन' शीर्षक से उनकी कविता संग्रह ने काफी प्रसिद्धी बटोरी। राजकिशोर ने वैचारिक लेखन को एक नया आयाम दिया और अपनी पहचान बनाई। साहित्य और पत्रकारिता में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए लोहिया पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके अलावा हिंदी अकादमी की तरफ से उन्हें साहित्यकार सम्मान भी प्रदान किया जा चुका है।