लोकसभा चुनाव 2019: सुल्तानपुर लोकसभा सीट के बारे में जानिए
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की सुल्तानपुर लोकसभा सीट से वर्तमान सासंद भाजपा के वरुण गांधी हैं। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में वरूण गांधी ने बसपा के पवन पांडेय को हराकर ये जीत हासिल की थी। इस चुनाव में बसपा यहां से दूसरे नंबर पर, सपा तीसरे नंबर पर और कांग्रेस चौथे नंबर पर थी।
सुल्तानपुर लोकसभा सीट में 5 विधानसभा क्षेत्र
यूपी की सुल्तानपुर लोकसभा सीट के अंतर्गत 5 विधानसभा क्षेत्र आते हैं। इनके नाम इसौली, सुल्तानपुर, सदर, लम्भुआ और कादीपुर हैं। कादीपुर अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। 1951 में पहले लोकसभा चुनाव में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के बी. वी. केसकर यहां से पहले सांसद चुने गए। कांग्रेस ने इस क्षेत्र में लगातार 5 बार जीत हासिल की पर हर बार अलग अलग नेता यहां के सांसद बने लेकिन 1977 में कांग्रेस ने इस क्षेत्र में अपनी पहली हार देखी। उसे जनता पार्टी ने यहा मात दी थी,।हालांकि 1980 और 84 में यहां से कांग्रेस जीती लेकिन इसके बाद उसे जीत के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा।
1991 में भारतीय जनता पार्टी ने यहां अपनी जीत का आगाज़ किया और लगातार 3 बार भाजपा के नेता यहां से सांसद बने। लेकिन 1999 में इस सीट से बीएसपी ने बाजी मारी और 2004 में भी इस सीट पर हाथी विराजमान रहा। साल 2009 में इसी सीट पर बड़ा उलटफेर हुआ और अरसे बाद यहां कांग्रेस जीती और डॉ. संजय सिंह यहां से एमपी चुने गए लेकिन साल 2014 में ये सीट बीजेपी ने उनसे छीन ली और वरुण गांधी यहां के सासंद बने।
वरुण गांधी
वरुण गांधी के कार्यकाल की बात की जाए तो पिछले 5 सालों में लोकसभा में उनकी उपस्थिति 75 प्रतिशत रही और इस दौरान उन्होंने 16 डिबेट में हिस्सा लिया। सदन में उन्होंने 408 प्रश्न पूछे।
सुल्तानपुर लोकसभा सीट-एक परिचय- प्रमुख बातें
सुल्तानपुर
की
गिनती
देश
के
प्राचीन
शहरों
में
होती
है
भगवान
राम
के
पुत्र
कुश
ने
इसे
बसाया
था
और
अपने
नाम
पर
कुशपुर
नाम
रखा
था
मुगलों
के
अधीन
होने
के
बाद
इसका
नाम
सुल्तानपुर
रख
दिया
गया
सुल्तानपुर
का
कुल
क्षेत्रफल
4,152
वर्ग
किलोमीटर
है
जनसँख्या
116,211
है,
जिसमें
से
52.54%
पुरुष
और
47.46%
महिलाएं
हैं
औसत
साक्षरता
दर
87.61
%
है,
सुल्तानपुर
की
82
प्रतिशत
आबादी
हिंदू
और
17
प्रतिशत
जनसंख्या
मुस्लिम
है
साल
2014
के
चुनावों
में
1703698
वोटरों
ने
हिस्सा
लिया
था
53
प्रतिशत
पुरुष
और
46
प्रतिशत
महिलाओं
ने
दिया
वोट
लोकसभा चुनाव 2019 में सपा-बसपा के गठबंधन के बाद मुकाबला दिलचस्प हो सकता है।