लोकसभा चुनाव 2019: शाहजहाँपुर लोकसभा सीट के बारे में जानिए
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की शाहजहॉंपुर लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद भारतीय जनता पार्टी के कृष्णा राज हैं। कृष्णा राज ने बहुजन समाज पार्टी के दिग्गज नेता के. उम्मेद सिंह को साल 2014 के लोकसभा चुनाव में पराजित किया। साल 2014 के चुनावों में इस सीट पर बहुजन समाज पार्टी दूसरे, समाजवादी पार्टी तीसरे और कांग्रेस चौथे नंबर पर रही थी।
शाहजहांपुर लोकसभा सीट में 6 विधानसभा सीटें
यूपी की शाहजहांपुर लोकसभा सीट के अंतर्गत 6 विधानसभा सीटें आती हैं। इनके नाम कटरा, जलालाबाद, तिलहर, पोवायां, शाहजहांपुर और ददरौल हैं। पोवायां विधानसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रेम कृष्णा खन्ना यहां के पहले सांसद थे। वो लगातार दो बार यहां से सांसद चुने गए थे। साल 1989 में शाहजहांपुर में भारतीय जनता पार्टी ने अपनी जीत का ऐलान किया और भाजपा नेता सत्यपाल सिंह यादव यहां के सांसद बने, यादव दूसरी बार भी इसी सीट से जीते। सत्यपाल सिंह केंद्र में खाद्य एवं उपभोक्ता मंत्री भी रहे थे।
साल 1996 में शाहजहांपुर में समाजवादी पार्टी का आगमन हुआ और सपा नेता राम मूर्ति वर्मा यहां से सांसद चुने गए। वो उत्तर प्रदेश के दुग्ध एवं डेरी विकास मंत्री भी रहे और अभी ये अकबरपुर के सांसद हैं। 1998 में भाजपा के सत्यपाल सिंह यादव ने फिर से इस क्षेत्र में जीत हासिल की लेकिन 1999 में कांग्रेस की यहां वापसी हुई और ये सीट साल 2009 में भी उसके पास रही तब जितिन प्रसाद यहां से एमपी चुने गए थे। साल 2009 में समाजवादी पार्टी के नेता मिथलेश कुमार यहां से जीते थे लेकिन साल 2014 में यहां भाजपा ने बाजी मारी और कृष्णा राज एमपी चुनी गईं।
कृष्णा राज
कृष्णा राज केंद्र में कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री हैं। 1996 में लखीमपुर खीरी के मोहम्मदी विधानसभा सीट से विधायक निर्वाचित होकर सियासी सफर शुरू करने वाली कृष्णा राज को दो वर्ष के इंतजार बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंत्रिमंडल में जगह मिली थी, कृष्णा राज दलित वर्ग से आती हैं। पिछले 5 सालों के दौरान इन्होंने लोकसभा में इनकी उपस्थिति 96 प्रतिशत रही है। इस दौरान कृष्णा ने सदन में 50 डिबेट में हिस्सा लिया 68 प्रश्न सदन में पूछे।
शाहजहाँपुर लोकसभा सीट एक परिचय प्रमुख बातें:
महान
स्वतंत्रता
संग्राम
सेनानी
राम
प्रसाद
बिस्मिल
और
अशफाकुल्ला
खान
की
मातृभूमि
है
शाहजहांपुर
का
स्वतंत्रता
आन्दोलन
में
महत्वपूर्ण
स्थान
रहा
है
साल
2014
के
लोकसभा
चुनाव
में
1979294
मतदाताओं
ने
हिस्सा
लिया
55
प्रतिशत
पुरूष
और
44
प्रतिशत
महिलाओं
ने
वोट
डाला
शामिल
थीं
शाहजहांपुर
की
80
प्रतिशित
आबादी
हिंदू
और
17
प्रतिशत
मुस्लिम
हैं
बसपा-सपा के गठबंधन के बाद इस सीट पर 2019 में होने वाला लोकसभा चुनाव दिलचस्प हो गया है।