लोकसभा चुनाव 2019: रतलाम लोकसभा सीट के बारे में जानिए
नई दिल्ली: मध्यप्रदेश की रतलाम सीट से मौजूदा सांसद कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया हैं। उन्होंने साल 2015 के उपचुनाव में इस सीट से बीजेपी के निर्मला भूरिया को 88877 वोटों से परास्त करके ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी। इस सीट पर पहले बीजेपी नेता दिलीप सिंह भूरिया को जीत मिली थी लेकिन उनके निधन के बाद यहां उपचुनाव हुआ जिसमें कांग्रेस जीत गई। साल 2015 के उपचुनाव में यहां कुल मतदाताओं की संख्या 17,02,648 थी, जिसमें से मात्र 10,82,681 लोगों ने ही अपने मतों का प्रयोग किया था, जिनमें पुरुषों की संख्या 5,70,248 और महिलाओं की संख्या 5,12,433 थी। यहां की 87 प्रतिशत जनसंख्या हिंदू धर्म में और 10 प्रतिशत लोग मुस्लिम धर्म में आस्था रखते हैं।
रतलाम लोकसभा सीट का इतिहास
साल 1957 में यहां पहली बार आम चुनाव हुए थे, जिसमें कांग्रेस को जीत मिली थी। इसके बाद 1962 और 1967 दोनों ही बार यहां कांग्रेस का ही राज रहा, तो वहीं 1971 के चुनाव में यहां पर समयुक्ता सोशलिस्ट पार्टी को जीत हासिल हुई जबकि 1977 के चुनाव में यहां पर भारतीय लोकदल जीती। साल 1980 में यहां कांग्रेस विजयी हुई और दिलीप सिंह भूरिया सांसद बने और वो 1984, 1989, 1991 और 1996 तक यहां के सांसद रहे, इसके बाद साल 1998 में यहां से कांग्रेस के टिकट पर कांतिलाल भूरिया एमपी चुने गए और वो 1999, 2004 और 2009 तक इस सीट पर एमपी रहे लेकिन साल 2014 में एक बार फिर से दिलीप सिंह भूरिया यहां के सांसद की कुर्सी पर बैठे लेकिन इस बार वो कांग्रेस के साथ नहीं बल्कि भाजपा के टिकट पर यहां विजयी हुए थे लेकिन चुनाव के एक साल बाद ही उनका निधन हो गया जिसके बाद यहां उपचुनाव हुआ और ये सीट एक बार फिर से कांग्रेस की झोली में चली गई और कांतिलाल भूरिया यहां से एमपी बन गए।
कांतिलाल भूरिया का लोकसभा में प्रदर्शन
कांतिलाल भूरिया कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेताओं में से एक हैं। दिसंबर 2018 की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले पांच सालों के दौरान लोकसभा में इनकी उपस्थिति 69 प्रतिशत रही है। इस दौरान इन्होंने 9 डिबेट में हिस्सा लिया है और 27 प्रश्न पूछे हैं।
रतलाम, परिचय-प्रमुख बातें-
मध्य प्रदेश के मालवा क्षेत्र में स्थित रतलाम के पहले राजा महाराजा रतन सिंह थे। यह नगर सेव, सोना, मावा, साड़ी, समोसा और कचौरी के लिये जाना जाता है। रतलाम जिले का गांव सिमलावदा अपने ग्रामीण विकास के लिये पूरे क्षेत्र में प्रसिद्ध है। रतलाम की कुल जनसंख्या 26 लाख 8 हजार 726 है, जिसमें से 82 प्रतिशत लोग गांवों में रहते हैं तो 17 प्रतिशत लोग शहरों में निवास करते हैं।
रतलाम सीट कांग्रेस का गढ़ रही है, साल 2014 का चुनाव भारतीय जनता पार्टी ने यहां पर दिलीप भूरिया के ही कारण जीता था, जो कि आदिवासियों के लोकप्रिय नेताओं में शामिल थे, उनके जाने के बाद भाजपा इस सीट को अपने पास बचा कर नहीं रख पाई, जिससे ये पूरी तरह से साबित हो गया कि यहां के लोगों ने भाजपा को नहीं भूरिया को टिकट दिया था लेकिन क्या इस बार भी भाजपा यहां कमाल कर पाएगी, ये एक बड़ा सवाल है, वो भी तब जब राज्य में कांग्रेस की सरकार है और बीजेपी राज्य की सत्ता से बाहर हो गई है तो वहीं कांग्रेस की पूरी कोशिश इस सीट को अपने पास बचाने की होगी, देखते हैं इस लड़ाई में जनता किसका साथ देती है।