लोकसभा चुनाव 2019- पश्चिमी चंपारण लोकसभा सीट के बारे में जानिए
नई दिल्ली: बिहार की चर्चित लोकसभा सीट पश्चिम चंपराण से भाजपा नेता डॉ. संजय जायसवाल सांसद हैं। साल 2014 के चुनाव पर उन्होंने इस सीट पर मशहूर फिल्मकार और JDU के उम्मीदवार प्रकाश झा को 1,10, 254 वोटों से हराया था। नैसर्गिक सुंदरता से सजा यह ऐतिहासिक जिला जल और वनसंपदा से पूर्ण है। महात्मा गांधी ने यहीं से अंग्रेजों के खिलाफ नील आंदोलन से सत्याग्रह की मशाल जलाई थी। पश्चिमी चम्पारण के उत्तर में नेपाल और दक्षिण में गोपालगंज जिला स्थित है। जिले का क्षेत्रफल 5228 वर्ग किलोमीटर है तो वहीं इसकी जनसंख्या 26 लाख 8 हजार 619 है, जिसमें से 89 प्रतिशत जनसंख्या गांवों में और 10 प्रतिशत आबादी शहरों में निवास करती है।
चम्पारण लोकसभा सीट का इतिहास
साल 2008 में हुए परिसीमन के बाद चम्पारण के तीनों लोकसभा क्षेत्रों का नाम बदल गया। मोतिहारी के स्थान पर अब पूर्वी चम्पारण, बेतिया के स्थान पर पश्चिम चम्पारण और बगहा के बदले वाल्मीकिनगर लोकसभा क्षेत्र अब बन गए हैं। पश्चिम चंपारण संसदीय सीट के अंतर्गत विधानसभा की 6 सीटें आती हैं। यहां साल 2009 में हुए चुनाव में बीजेपी की जीत हुई और डॉक्टर संजय जायसवाल इस सीट से चुनाव जीतकर संसद पहुंचे, साल 2014 के चुनाव में भी डॉक्टर संजय जायसवाल की ही जीत हुई। साल 2014 के चुनाव में यहां पर नंबर 2 पर JDU,नंबर 3 RJD और नंबर 4 पर CPM थी, उस साल यहां पर कुल वोटरों की संख्या 14 लाख 13 हजार 73 थी जिनमें से केवल 8 लाख 54 हजार 800 लोगों ने अपने मतों का प्रयोग किया था, जिसमें पुरुषों की संख्या 4 लाख 69 हजार 114 थी और महिलाओं की संख्या 3 लाख 85 हजार 686 थी। पश्चिम चंपारण की 77 प्रतिशत आबादी हिंदुओं की और 21 प्रतिशत मुस्लिमों की है।
डॉक्टर संजय जायसवाल का लोकसभा में प्रदर्शन
दिसंबर 2018 की रिपोर्ट के मुताबिक डॉक्टर संजय जायसवाल की पिछले 5 सालों के दौरान लोकसभा में उपस्थिति 88 प्रतिशत रही है और इस दौरान उन्होंने 96 डिबेट में हिस्सा लिया है और 336 प्रश्न पूछे हैं। साल 2014 के चुनाव से साल 2019 के चुनावों के सियासी हालात बदल चुके हैं। पिछले चुनाव में जहां भाजपा और जेडीयू अलग-अलग चुनाव लड़े थे वहीं इस बार दोनों साथ में चुनाव लड़ रहे हैं, जिसके बाद इस सीट पर राजद का जीतना आसान नहीं होगा। वहीं बीजेपी की वापसी भी इस सीट पर इस बात पर निर्भर करेगी कि यहां पर डॉ. संजय जायसवाल ने कितना विकास कार्य किया है। देखते हैं इस बार की जनता किसके नाम पर मुहर लगाती है।