लोकसभा चुनाव 2019: परभणी लोकसभा सीट के बारे में जानिए
नई दिल्ली: महाराष्ट्र की परभणी लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद शिवसेना के हरिभाऊ जाधव हैं। उन्होंने साल 2014 के चुनाव में इस सीट पर NCP नेता भामभाले विजय मानिकराव को 127,155 मतों से पराजित किया था। संजय हरिभाऊ जाधव को जहां 578, 455 वोट मिले थे वहीं भामभाले विजय मानिकराव को 451,300 वोटों पर संतोष करना पड़ा था। परभणी जिला , महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र के आठ जिलों में से एक है। पहले ये हिस्सा निज़ाम की रियासत का एक भाग हुआ करता था, बाद में यह हैदराबाद रियासत का एक हिस्सा बन गया, 1960 के बाद से यह वर्तमान राज्य महाराष्ट्र का हिस्सा है। जिले को 9 प्रशासनिक उप-प्रभागों यानि तहसीलों में विभाजित किया गया है, जिनके नाम हैं परभणी, गंगाखेड़, सोनपेठ, पाथरी, मनवथ, पलाम, सेलु, जिंतुर और पुरना। संत जनाबाई के जन्म स्थान परभणी की कुल जनसंख्या 26,07,507 है, जिसमें से 76 प्रतिशत लोग गांवों में रहते हैं और 23 प्रतिशत लोग शहरों में निवास करते हैं।
परभणी लोकसभा सीट का इतिहास
परभणी लोकसभा सीट में 6 विधानसभा सीटें आती हैं, साल 1952 में यहां पर पहला आम चुनाव हुआ था जिसे कि कांग्रेस ने जीता था। 1957 से लेकर 1984 तक इस सीट पर कांग्रेस का ही राज रहा लेकिन उसके विजय श्री अभियान को रोका शिवसेना ने 1989 में और यहां से अशोक राव देशमुख सांसद चुने गए, वो लगातार दो बार इस सीट से निर्वाचित हुए, 1996 का चुनाव भी यहां शिवसेना ने ही जीता और सुरेश जाधव यहां से एमपी चुने गए, हांलांकि 1998 के चुनाव में यहां पर कांग्रेस की वापसी हुई लेकिन इसके एक साल बाद ही सुरेश जाधव ने कांग्रेस से अपनी हार का बदला ले लिया और तब से लेकर अब तक इस सीट पर शिवसेना का ही राज है और कांग्रेस यहां जीत के लिए तरस गई है। साल 2004 में यहां से तुकाराम पाटिल, साल 2009 में गणेशराव दुधगावकर और साल 2014 में संजय हरिभाऊ जाधव यहां से सांसद बने।
संजय हरिभाऊ जाधव का लोकसभा में प्रदर्शन
दिसंबर 2018 की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 5 सालों के दौरान संजय हरिभाऊ जाधव की लोकसभा में उपस्थिति 57 प्रतिशत रही है, इस दौरान उन्होंने 21 डिबेट में हिस्सा लिया है और 274 प्रश्व पूछे हैं। साल 2014 के चुनाव में इस सीट पर नंबर 2 NCPऔर नंबर तीन पर BSP थी। उस साल यहां पर कुल मतदाताओं की संख्या 18,03,792 थी, जिसमें से मात्र 11,62,233 लोगों ने अपने मतों का प्रयोग किया था, जिनमें पुरुषों की संख्या 6,37,950 और महिलाओं की संख्या 5,24,283 थी। परभणी में 72 प्रतिशत लोग हिंदू धर्म में औऱ 16 प्रतिशत इस्लाम धर्म में यकीन रखते हैं। आपको बता दें कि साल 2014 का लोकसभा चुनाव भाजपा और शिवसेना ने मिलकर लड़ा था और इस बार कांग्रेस और एनसीपी लोकसभा चुनाव में साथ हैं।
परभणी लोकसभा सीट शिवसेना का गढ़ बन गई है जबकि कांग्रेस और उसके सहयोगी दल यहां लंबे अरसे से विजयी होने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन हर बार उनकी गणित यहां फेल हो जा रही है, क्या इस बार भी यहां शिवसेना का जादू चलेगा या फिर कांग्रेस और उसके साथियों को यहां सफलता मिलेगी, यही सवाल हर किसी के जेहन में घूम रहा है, जिसका जवाब चुनावी नतीजे देंगे, फिलहाल हर बार की तरह इस सीट पर इस बार भी लड़ाई काफी दिलचस्प होगी, इसमें कोई शक नहीं।