लोकसभा चुनाव 2019: शिलांग लोकसभा सीट के बारे में जानिए
नई दिल्ली। शिलांग लोकसभा सीट, पूर्वोत्तर भारत के राज्य मेघालय में आती है। यहां से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) के नेता विंसेंट एच. पाला सांसद हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में विंसेट एच. पाला ने निर्दलीय उम्मीदवार प्रेचर्ड बी.एम. बसाइयामोइट को 40 हजार 379 मतों के अंतर से हराया था। इस चुनाव में विंसेंट एच. पाला को कुल 2 लाख 09 हजार 340 वोट मिले थे, वहीं दूसरे नंबर रहे निर्दलीय उम्मीदवार प्रेचर्ड बी.एम. बसाइयामोइट को 1 लाख 68 हजार 961 वोट मिले थे। इस सीट पर यूडीपी के उम्मीदवार पॉल लिंगदोह तीसरे नंबर पर रहे थे, उन्हें 1 लाख, 06 हजार 817 वोट मिले थे। चौथे नंबर पर बीजेपी उम्मीदवार शिबुन लिंगदोह रहे थे, जिन्हें 95 हजार 979 वोट मिले थे। 2014 लोकसभा चुनाव में इस सीट पर कुल 6 लाख 19 हजार 987 वोट पड़े थे। कुल मिलाकर यहां 63 फीसदी मतदान हुआ था। वोट डालने वालों में 2 लाख 92 हजार 944 पुरुष मतदाता थे, वहीं महिला वोटरों की संख्या पुरुष मतदाताओं से भी ज्यादा 3 लाख 27 हजार 043 रही थी।
मेघालय राज्य की बात करें तो यहां लोकसभा की कुल दो सीटें हैं, शिलांग और तुरा लोकसभा सीट। शिलांग लोकसभा सीट अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित है। इस क्षेत्र में निवास करने वाले अधिकांश लोग खासी जनजाति के हैं। इस जनजाति के ज्यादातर लोग ईसाई धर्म को मानने वाले हैं। खासी जनजाति के बारे में दिलचस्प बात यह है कि इस जनजाति में महिला को घर का मुखिया माना जाता है। इस लोकसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 9 लाख 80 हजार 740 है। इनमें 4 लाख 80 हजार 409 पुरुष वोटर हैं, जबकि 5 लाख 331 महिला मतदाता हैं। शिलांग लोकसभा क्षेत्र में कुल 36 विधानसभाएं हैं। इस सीट पर अब तक हुए लोकसभा चुनाव के नतीजों पर गौर करें तो कांग्रेस पार्टी की दावेदारी यहां सबसे ज्यादा रही है। 1989 से अब तक हुए लोकसभा चुनाव में केवल एक बार 1996 में निर्दलीय उम्मीदवार ने यहां से जीत दर्ज की थी नहीं तो लगातार कांग्रेस उम्मीदवार ही इस सीट पर जीत दर्ज कर करता रहा है।
2014 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार विंसेंट एच. पाला ने जीत दर्ज की थी। 50 वर्षीय विंसेंट पाला प्रोफेशनल ग्रेजुएट हैं। लोकसभा की कार्यवाही में उनकी उपस्थिति करीब 92 फीसदी रही। इस दौरान उन्होंने लोकसभा की कार्यवाही में करीब 229 बार प्रश्न किए हैं, वहीं करीब 28 बहस में उन्होंने हिस्सा लिया है। इससे पहले 2009 के लोकसभा चुनाव में भी विंसेंट ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी। उस चुनाव में विंसेंट एच. पाला को 2 लाख 32 हजार 270 वोट मिले जबकि यूडीपी के खरशिंग को 1 लाख 24 हजार 402 वोट मिले थे। इस तरह से कांग्रेस उम्मीदवार ने करीब 1 लाख से ज्यादा वोटों के भारी अंतर से जीत दर्ज की थी। उस चुनाव में 62.23 फीसदी वोट डाले गए थे।
मेघालय, भारत के उत्तर पूर्व में घने वनों वाला राज्य है। शिलांग इस राज्य की राजधानी है। मेघालय पहले असम राज्य का ही हिस्सा था लेकिन साल 1972 में इसे अलग राज्य का दर्जा दे दिया गया। राज्य में अधिकतर हिस्सों में जनजाति प्रजाति ही निवास करती है, जिनमें खासी और गारो प्रमुख हैं। जनजातीय आबादी कुल जनसंख्या का लगभग 85 फीसदी है। राज्य में कुल दो लोकसभा और साठ विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र हैं। शिलांग पहले असम की राजधानी हुआ करता था लेकिन 1972 में मेघालय राज्य बनाए जाने के बाद शिलांग को इस नवनिर्मित राज्य की राजधानी घोषित कर दिया गया।
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