लोकसभा चुनाव 2019: जानिए कर्नाटक की दक्षिण कन्नड़ सीट के बारे में
नई दिल्ली। लोकसभा सांसदों की प्रोफाइल की अगली कड़ी में कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ संसदीय क्षेत्र के बारे में बात करते हैं, जो राज्य के दक्षिणी हिस्से में स्थित है। इस सीट से पिछले 10 सालों से बीजेपी के टिकट से नलिन कुमार कटील जीतते हुए आ रहे हैं। नलिन कुमार निरंजन शेट्टी कटील का जन्म 7 फरवरी 1966 में हुआ था। देश की 16वीं लोकसभा के सदस्य कटील की कर्नाटक में बीजेपी के एक कद्दवार नेता के रूप में पहचान है। कटील कई बार अपने विवादित बयानों के लिए भी चर्चा में रहते हैं। नलिन कुमार कटील ने अपने सामाजिक और राजनीतिक जीवन की शुरुआत तब की जब वे 18 वर्ष की आयु में 12 साल के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रखर सदस्य बन गए थे। अपने पिता की मृत्यु के बाद, उन्होंने अपने पारिवारिक मामलों, कृषि के प्रबंधन की ज़िम्मेदारी संभाली और एक नागरिक ठेकेदार के रूप में अपने पेशेवर करियर की शुरुआत की। बाद में वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए और वर्ष 2004 में पार्टी के जिला महासचिव बने, जिस पद पर वे अभी भी हैं। वर्ष 2009 में वे लोकसभा के लिए चुने गए और फिर 2014 में वे एक बार फिर सांसद बनकर लोकसभा पहुंचे।
बात करे कर्नाटक राज्य के दक्षिण कन्नड़ के बारे में तो यह एक तटीय जिला है जो अपनी प्राकृतिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विशेषताओं के लिए जाना जाता है। दक्षिण कन्नड़ को संस्कृति, परंपरा और धार्मिक अनुष्ठानों की भूमि भी कहा जा सकता है। दक्षिण कन्नड़ को पहले दक्षिण केनरा के नाम से जाना जाता था, बाद में इसका नाम बदलकर दक्षिण कन्नड़ रखा गया। यह कर्नाटक का एक खूबसूरत कोना है, जो पूर्व में पश्चिमी घाट, पश्चिम में अरब सागर से घिरा हुआ है। इतिहास से जुड़े पन्ने बताते हैं कि यहां 8वीं से 14वीं शताब्दी के मध्य अलुप राजवंश का शासन चलता था। 1860 से पहले यह केनरा क्षेत्र का हिस्सा था, जो मद्रास प्रेसीडेंसी के अंतर्गत आता था। जिसके बाद कई क्षेत्रीय बदलाव उस दौरान किए गए । पर्यटन के लिहाज से यह जिला काफी ज्यादा मायने रखता है
अब अगर कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ संसदीय सीट की बात की जाए तो यहां पर बीजेपी का पलड़ा भारी दिखाई देता है। इस सीट पर पिछले10 सालों से बीजेपी जीतती हुई आ रही है। 2009 में जीतने के बाद 2014 में कटील एक बार फिर इसी सीट से जीतकर लोकसभा पहुंचे थे। दक्षिण कन्नड़ संसदीय सीट की आबादी 20,89,649 हैं, जिसमें से ग्रामिण और शहरी इलाकों में लगभग लोग बराबर ही रहते हैं। दक्षिण कन्नड़ के करीब 53 फीसदी लोग ग्रामीण इलाकों में रहते हैं और 47.67 फीसदी लोग शहरों में रह रहे हैं। इसके अलावा वर्ग के आधार पर देखे तो दक्षिण कन्नड़ में 8 फीसदी से कम अनुसूचित जाति के लोग है और 4 फीसदी से भी कम अनुसूचित जनजाति के लोग है।
इस सीट पर अगर वोटिंग टर्नआउट की बात करे तो 2014 में 77 फीसदी लोगों ने वोट किया था। पिछले लोकसभा चुनाव में दक्षिण कन्नड़ सीट पर कुल 12,07,474 लोगों ने वोट किया था, जिसमें से 6,11,827 महिलाओं और 5,95,647 पुरुषों ने वोट किया था। वहीं, अगर संसद में सांसद कटील का प्रदर्शन देखा जाए तो वह शानदार रहा है। अभी तक उन्होंने कुल 640 सवाल किए हैं और 93 फीसदी हाजिरी के साथ 40 से भी ज्यादा डिबेट में हिस्सा लिया है।