लोकसभा चुनाव 2019: मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट के बारे में जानिए
उत्तर प्रदेश की मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद भाजपा के डॉ संजीव बालियान हैं। डॉ संजीव बालियान ने बसपा के कादिर राणा को 401150 वोटों से हराया था। इससे पहसे इस सीट पर बसपा का कब्जा था। इस सीट पर 16 साल बाद 2014 के लोकसभा चुनाव में कमल खिला। इस सीट पर बसपा दूसरे, सपा तीसरे और कांग्रेस चौथे नंबर पर रही थी। इससे पहले भाजपा को यहां से 1998 में जीत मिली थी।
मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट का इतिहास
मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट उत्तर प्रदेश की तीसरा लोकसभा सीट है। 1952 में हुए पहले चुनाव में अलग-अलग क्षेत्रों से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के हिरा वल्लभ त्रिपाठी, सुन्दर लाल, और अजित प्रसाद पहले सांसद बने थे। 1957 में दूसरे और 1962 में हुए तीसरे लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के सुमत प्रसाद सांसद बने। चौथे लोकसभा चुनाव में कम्युनिस्ट पार्टी के लताफत अली खान और अगले चुनाव में भी कम्युनिस्ट पार्टी के विजयपाल सिंह यहां से सांसद बने। 1991 में पहली बार भारतीय जनता पार्टी ने इस सीट पर जीत हासिल की और और नरेश कुमार बालियान सांसद बने। भाजपा ने इस सीट पर जीत की हैट्रिक बनाई। नरेश कुमार के बाद भाजपा के सोहन वीर सिंह ने दो बार मुज़फ्फरनगर की कमान संभाली है। इसके बाद 1999 में समाजवादी पार्टी के मुनव्वर हसन मुज़फ्फरनगर के सांसद बने और इसके उनके बाद बहुजन समाज पार्टी के कादिर राणा ने यह पद संभाला।
संजीव बालियान
मुज़फ्फरनगर के मौजूदा भाजपा सांसद डॉ. संजीव बालियान 2014 से 2017 तक केंद्र सरकार में जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय में राज्य मंत्री रहे। संजीव बालियान साल 2013 में मुजफ्फरनगर दंगों के आरोपी भी हैं। बालियान ने पिछले पांच सालों में सदन में करीब 89 प्रतिशत उपस्थिति दर्ज की। उन्होंने लोकसभा में चार डिबेट में हिस्सा लिया और 9 प्रश्न पूछे।
मुज़फ्फरनगर एक परिचय: प्रमुख बातें
गन्ने
की
भारी
उपज
के
कारण
ये
इंडिया
का
'चीनी
का
कटोरा'
नाम
से
प्रसिद्ध
दिल्ली
के
करीब
होने
की
वजह
से
यूपी
का
सबसे
विकसित
और
समृद्ध
शहर
51
प्रतिशत
आबादी
हिंदू
और
41
प्रतिशत
आबादी
मुस्लिम
है
2014
के
लोकसभा
चुनाव
में
1588475
लोगों
ने
मतदान
किया
मतदान
में
55
प्रतिशत
पुरुष
और
44
प्रतिशत
महिलाओं
की
भागेदारी
भाजपा
ने
बसपा
को
36
प्रतिशत
वोटों
से
दी
मात
सपा-बसपा गठबंधन के बाद इस सीट पर मुकाबला दिलचस्प हो गया है। आरएलडी को भी ये सीट समझौते के तहत देने की बात चल रही है।