लोकसभा चुनाव 2019: महासमुंद लोकसभा सीट के बारे में जानिए
नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ की महासमुंद लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद भाजपा के चंदू लाल साहू हैं। वो दूसरी बार इस सीट से सांसद बने हैं। साल 2014 के चुनाव में इस सीट पर अजित जोगी कांटे के मुकाबले में बीजेपी उम्मीदवार चंदूलाल साहू से हार गये थे। जोगी को इस सीट पर मात्र 1217 वोटों से हार का मुंह देखना पड़ा। इस चुनाव में बीजेपी के चंदूलाल साहू को 5 लाख 3 हज़ार 514 वोट मिले थे, जबकि अजित जोगी को 5 लाख 2 हज़ार 297 वोट। 2014 के आम चुनाव में इस सीट पर 75 फीसदी मतदान हुआ था। इस चुनाव में कुल 11 लाख 31 हज़ार 209 वोट डाल गए थे। इनमें पुरुष मतदाता ज्यादा रहे। 5 लाख 76 हज़ार 917 पुरुषों ने इस चुनाव में वोट डाले।
महासमुंद लोकसभा सीट का इतिहास
महासमुंद लोकसभा का क्षेत्र महासमुंद, गरियाबंद और धमतरी तीन जिलों में फैला हुआ है। सरायपाली, बसना, खल्लारी और महासमुंद चार विधानसभा क्षेत्र जहां महासमुंद जिले में पड़ते हैं वहीं राजिम और बिन्द्रानवागढ़ गरियाबंद ज़िले में। जबकि, कुरुद और धर्मजयगढ़ विधानसभा सीट धमतरी ज़िले में पड़ती हैं। महासमुंद लोकसभा क्षेत्र में 8 विधानसभा की सीटें हैं। इनमें कांग्रेस के पास 3 सीटें हैं सरायपाली, बसना, खल्लारी, महासमुंद और राजिम। वहीं, बीजेपी के पास 3 विधानसभा की सीट हैं। ये हैं बिन्द्रानवागढ़, कुरुद और धमतरी। महासमुंद की सीट 1952 के बाद से अब तक कांग्रेस 15 बार जीत चुकी है। अगर विरोधी दलों की बात करें तो 1977 में जनता पार्टी ने यहां जीत दर्ज की थी। 1998 में बीजेपी को जीत मिली, जब चंद्रशेखर साहू सांसद चुने गये। 2009 के बाद से महासमुंद की सीट बीजेपी के पास है और चंदूलाल साहू इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते रहे हैं। महासमुंद की सीट से अजित जोगी भी सांसद रह चुके हैं। उन्होंने यह सीट 2004 में कांग्रेस के टिकट पर जीती थी।
चंदू लाल साहू का लोकसभा में प्रदर्शन
एक सांसद के रूप में चंदू लाल साहू ने दिसंबर 2018 तक 15 बार सदन में हुई बहस में हिस्सा लिया। उन्होंने सदन में 202 सवाल पूछे। विशेष उल्लेख के तहत 5 बार मामले उठाए। दो पूरक प्रश्न भी किए। सदन में उनकी उपस्थिति 95 फीसदी रही। चंदूलाल साहू की सांसद निधि में दिसम्बर 2018 तक की स्थिति के अनुसार 4 करोड़ 58 लाख रुपये बचे हुए थे। 18 करोड़ 61 लाख रुपये खर्च हो चुके थे। इस लिहाज से देखें तो बचे हुए समय में उन पर सांसद निधि का बाकी हिस्सा खर्च करने का दबाव रहेगा।
महासमुंद में भी महिला मतदाताओं की तादाद पुरुषों से ज्यादा है। यहां कुल मतदाता 15 लाख 15 हज़ार 747 हैं जिनमें से महिलाओँ की संख्या 7 लाख 58 हज़ार 276 है। पुरुष मतदाता थोड़े कम हैं 7 लाख 57 हज़ार 276.। साल 2014 में लोकसभा चुनाव की अगर बात की जाए तो इस लोकसभा में बीजेपी को हराना आसान नहीं होगा। बीजेपी और कांग्रेस दोनों की ताकत लगभग बराबर है। अजित जोगी का प्रदर्शन वैसे तो शानदार नहीं रहा है लेकिन अगर उन्होंने इसी संसदीय सीट को चुनाव लड़ने के लिए चुना, तो वे मुकाबले को रोचक बनाने की क्षमता रखते हैं। हालांकि जोगी उस सीट को अपने लिए मुफीद मानेंगे जहां विधानसभा चुनाव के दौरान उनकी पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया। कांग्रेस किसे अपना चेहरा बनाती है इस पर सबकी नज़र होगी।