लोकसभा चुनाव 2019- अराकू लोकसभा सीट के बारे में जानिए
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नई दिल्ली: अराकू लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद वाईएसआर कांग्रेस पार्टी की नेता कोथापल्ली गीता सासंद है। उन्होंने साल 2014 में टीडीपी के उम्मीदवार को गुममुडी संध्यारानी को 91,398 हराया था। साल 2008 में ये लोकसभा सीट अस्तित्व में आई थी।
अराकू लोकसभा सीट में सात विधानसभा सीटें-
अराकू लोकसभा सीट के अंतर्गत सात विधानसभा सीट आती हैं। इनके नाम पालाकोंडा, कुरपम, पार्वथीपुरम, सैलूर, अरकू, रामपचवेंद्रम और पडेरू विधानसभा क्षेत्र आते हैं। ये सीट अनुसूचित जन जाति के लिए आरक्षित है। साल 2008 में ये लोकसभा सीट अस्तित्व में आई थी। इससे पहले 2009 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के किशोर चंद्रदेव ने ये सीट जीती थी। 2009 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के किशोर चंद्र देव को 360,458 वोट मिले, जबकि दूसरे पर सीपीआई एम और तीसरे नंबर पर पीआरपी रही। कांग्रेस के किशोर चंद्र देव ने ये सीट 192,444 वोटों से जीती। इस चुनाव में 67 प्रतिशत लोगों ने हिस्सा लिया।
कोथापल्ली गीता
कोथापल्ली गीता की बात की जाए तो दिसंबर 2018 तक संसद में उनकी उपस्थिति 97% रही। उन्होंने सदन में 93 बहसों में हिस्सा लिया और 599 सवाल पूछे.
अराकू लोकसभा सीट परिचय- प्रमुख बातें-
अराकू
कई
जनजातियों
का
निवास
स्थान
रहा
है।
दक्षिण
भारत
में
सबसे
कम
प्रदूषित
क्षेत्रों
में
से
एक
है
वाणिज्यिक
रूप
से
कम
उपयोग
किया
हुआ
पर्यटक
स्थल
है
अराकू
अपने
कॉफी
पौधरोपण
के
लिए
प्रसिद्ध
है
अराकू
में
उत्पादित
उत्तम
किस्म
का
कार्बनिक
ब्रांड
कॉफी
अरकू
एमराल्ड
की
बिक्री
वैश्विक
स्तर
पर
2014
के
चुनाव
में
9,09,614
लोगों
ने
वोट
दिया
था.
पुरुष
मतदाताओं
की
संख्या
4,51,350
और
महिला
मतदाताओं
की
संख्या
4,58,264
है
71
प्रतिशत
लोगों
ने
इस
चुनाव
में
वोटिंग
की
अकूर
लोकसभा
की
कुल
जनसंख्या
19,26,513
है।
ग्रामीण
जनसंख्या
91.59%
और
शहरी
जनसंख्या
8.41
प्रतिशत
अनुसूचित
जनजाति
के
लोगों
का
प्रतिशत
54.76%
है।
अनुसूचित
जाति
के
वोटरों
की
प्रतिशत
7.23%
है।
वाईएसआर कांग्रेस और कांग्रेस ने अभी तक यहां पर एक- एक बार जीत दर्ज की है। पिछली बार टीडीपी उम्मीदवार इस सीट पर दूसरे नंबर पर रहे थे. ऐसे में आगामी 2019 के लोकसभा चुनाव में इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला हो सकता है। अब देखना दिलचस्प होगा कि वोटरों की इस सीट पर पहली पसंद कौन होगा।