बहुमत की सरकार को अल्पमत विपक्ष शोर-शराबे से दबा नहीं सकता-राष्ट्रपति
नई दिल्ली। संसद के सत्र के दौरान विपक्ष के हंगामें के चलते संसद की कार्यवाही में होने वाली वाली बाधा पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने सख्त तेवर दिखाये हैं। प्रणब मुखर्जी ने ने विपक्षी पार्टियों को नसीहत देते हुए कहा कि बहुमत की सरकार को अल्पमत का विपक्ष शोर-शराबे के चलते काम करने से रोक नहीं सकता है।
प्रणब मुखर्जी ने कहा कि विपक्ष के हंगामे के चलते संसद का समय और पैसे दोनों की बर्बादी होती है साथ ही नीतियों के निर्माण में देरी हीती है। विपक्ष के इस रुख से देश के विकास की रफ्तार धीमी पड़ती है।
राष्ट्रपति ने ये बातें केंद्रीय विश्वविद्यालयों को विडियों कांफ्रेंसिंग के जरिये छात्रों को संबोधित करते हुए कही। राष्ट्रपति ने कहा कि जब संसद कानून बनाने में विफल होता है तो इससे लोगों का भरोसा टूटता है। उन्होंने पहली तीन लोकसभाओं का हवाल देते हुए कहा कि पूर्व में 677, 581, 578 बार संसद का सत्र हुआ।
प्रणब मुखर्जी ने कहा कि संसद को आपसी सहयोग और की भावना के के साथ बड़े मकसद के लिए काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि बहुमत की सरकार को राज करने का अधिकार है जबकि विपक्ष को विरोध और सरकार की गलत नीतियों को लोगों के सामने लाने का काम बखूबी करना चाहिए।