गर्भवती हथिनी के साथ हुई बर्बरता पर भड़के विश्वास, कहा- ये दर्द संभाला नहीं जाता मौला, I can’t Breathe...
नई दिल्ली। केरल के पलक्कड़ जिले में बर्बरता का शिकार हुई गर्भवती हथिनी की मौत ने हर किसी को हिलाकर रख दिया है, पूरा देश इस क्रूर हरकत पर गुस्से पर उबल रहा है, ज्वलंत मुद्दों पर खुलकर अपनी बात कहने वाले मशहूर कवि डॉ. कुमार विश्वास ने भी इस घटना पर अपना गुस्सा जाहिर किया है, उन्होंने इस बारे में एक फेसबुक पोस्ट लिखी है, जो कि इस वक्त सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, लोग खुलकर इस पोस्ट पर अपने कमेंट कर रहे हैं।
किस संस्कृति की पैदावार हैं ये लोग...
उन्होंने अपनी पोस्ट पर लिखा है कि- I can't breathe...I can't Breathe मुझ से ये दर्द संभाला नहीं जाता मौला 😥😥🐘🐘 पहले भी कहा है फिर कह रहा हूं कि जब तक हम यूं ही धर्म-जाति-देश-प्रदेश-दल-आस्था के नाम पर अपने देश के मन-मानस में घृणा-वैमनस्य व हिंसा के बीज रोपतें रहेंगे तब तक ऐसे ही ज़हरीले नवागत पैदा होते रहेंगे ! कौन हैं ये युवक जिन्होंने महादेव की सहधर्मिणी माँ उमा के नाम वाली गर्भवती हथिनी को पटाखे भरा अन्नानास खिला कर उसकी हत्या कर दी ? क्या बिगाड़ा था इस बेहद प्यारे, मनुष्यों के बेज़ुबान साथी ने ? इतनी घृणित नीचता की इन तथाकथित आदमी के बच्चों ने इस भोली-भूखी मां के साथ और ज़रा उस महान हथिनी मां की असली मनुष्यता भी तो देखिए ? वो बेज़ुबान पूरे गाँव से चुपचाप दर्द में कराहती हुई गुजरी पर किसी पर ज़रा सा भी ग़ुस्सा नहीं उतारा ? किसी को घायल नहीं किया ? उसका जबड़ा टूट गया, मुंह उड़ गया, दांत-जीभ गिर गए, गर्भ में सांस ले रहा नन्हा शिशु मर गया पर वो हथिनी पानी में बैठी इन आदमजादों की कमीनगी पर रो-रो कर मर गई ! कैसे ज़हर बुझे भारतीय हैं ये ? इन्होंने क्या पढ़ा है,क्या जाना है, किनके साथ बैठे हैं, क्या सुना है? किस संस्कृति की पैदावार हैं ये लोग।...
'गर्भवती हथिनी को पटाखों से भरे अनानास खिलाया'
आपको बता दें कि केरल के मलप्पुरम जिले में कुछ क्रूर लोगों ने भोजन की तलाश में भटक रही गर्भवती हथिनी को पटाखों से भरे अनानास खिला दिए। धमाके की वजह से उसका मुंह और सूंड़ बुरी तरह जख्मी हो गए, जिसके बाद उसकी मौत हो गई, फॉरेस्ट अफसर ने इस घटना को अपने फेसबुक पेज पर शेयर किया तो मामला मीडिया में आया, अफसर ने बताया कि गर्भवती हथिनी मुंह में पटाखे फूटने के बाद वेल्लियार नदी पर गई और पानी में मुंह डालकर खड़ी हो गई। वन्य विभाग के अधिकारियों ने उसे निकाला लेकिन उसकी मौत हो गई।
'दर्द से कराहती हुई हथिनी ने किसी को नहीं पहुंचाया नुकसान'
इस हथिनी का पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टरों ने कहा कि उसके पेट में इतना बड़ा बच्चा था कि उसे हाथों से पकड़ा जा सकता था। डॉक्टरों का कहना है कि पटाखों से उसके शरीर में काफी घाव हो गए थे। इस जलन के चलते ही वो पानी में खड़ी हो गई थी, शायद वो अपने बच्चे को बचाने की कोशिश में पानी में खड़ी रही, दर्द से कराहती हुई उस हथिनी ने इतने क्रूर बर्ताव के बाद भी किसी को कोई भी नुकसान नहीं पहुंचाया।
अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज
केरल पुलिस ने इस घटना में अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर, मामले की जांच शुरू कर दी है। सीएम पिनरई विजय ने भरोसा दिलाया है कि दोषियों को जल्द पकड़ लिया जाएगा। इस अमानवीय घटना पर केंद्रीय वन मंत्री ने दुख जताते हुए इसे क्रूर बताया है। गुरुवार को उन्होंने कहा, केरल में एक हाथी को मारना चौंकाने वाला है, यह बहुत ही क्रूर और भारतीय संस्कृति नहीं है। यह बिल्कुल अस्वीकार्य है, हमने पहले ही वहां अपने वरिष्ठ अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति कर दी है। हम दोषियों को जल्द पकड़ेंगे और उन्हें सजा दिलाएंगे। इस घटना पर भाजपा सांसद मेनका गांधी ने इस घटना पर जबरदस्त गुस्सा व्यक्त किया। वन्यजीवों की संरक्षक मेनका गांधी ने केरल के मलप्पुरम में हुई घटना पर गुस्सा जताते हुए कहा कि यह हत्या है।