प्रशांत किशोर के एजेंडे पर कांग्रेस की अहम बैठक! PK का ये प्लान पार लगा पाएगा सोनिया गांधी की नाव?
नई दिल्ली, 18 अप्रैल। लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दल अब अपने चुनावी एजेंडे पर तेजी से कार्य कर रहे हैं। हाल के विधासभा चुनाव के प्रदर्शनों के बाद कांग्रेस इस बार सतर्क दिखाई दे रही है। भले ही कांग्रेस (congress) के पास अनुभवी राजनीतिज्ञ हों लेकिन राज्यों में लगातार पार्टी के घटते मत प्रतिशत से कांग्रेस हाईकमान को उनकी रानीतिक प्रदर्शनों को आइना दिखा रहे हैं। ऐसे में पार्टी को अब एक मंझे चुनावी एजेंडा एक्सपर्ट की तलाश है। शायद अब यह तलाश पूरी भी हो चुकी है। जल्द ही कांग्रेस में प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) की एंट्री को लेकर संशय खत्म हो सकता है। पार्टी अध्यक्षा सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) एक कांग्रेस की एक अहम बैठक करने जा रही हैं, जिसमें प्रशांत किशोर के चुनावी एजेंडे (Election Agenda) को प्रमुखता से शामिल करने की योजना है।
कांग्रेस आलाकमान के भाईं पीके के ये तीन बातें
कांग्रेस पार्टी के अंदरखाने में इस बात की आहट हो चुकी है कि अब मिशन 2024 में पीके एंट्री लगभग तय है। यह भी कहा जा रहा है कि प्रशांत किशोर के चुनावी एजेंडे को लेकर सोनिया समेत पार्टी अधिकतर नेता समहत हो गए हैं। इससे पहले कांग्रेस के साथ बैठक में पीके ने तीन बातें स्पष्ट रूप से कहीं थी, जिनपर कांग्रेस के आलाकमान भी प्रभावित हुए। उन्होंने साफ किया था कि वह किसी पद या प्रलोभन के लालच में कांग्रेस में शामिल नहीं होना चाहते। वो यह चाहते हैं कि देश में भाजपा के सामने एक लोकतांत्रित पार्टी मजबूती से खड़ी हो। वह पार्टी मजबूत होने साथ धर्मनिर्पेक्ष भी हो।
प्रशांत ने कांग्रेस को दिए ये सुझाव
खबर है कि प्रशांत किशोर ने कांग्रेस के कई सुझाव दिए हैं। उन्होंने कांग्रेस को राज्यों में मजबूत करने के लिए जमीनी स्तर पर कार्य करने पर बल दिया। पीके से कांग्रेस को तीन राज्यों में अकेले चुनाव लड़ने की बात कही। पीके का मानना है कि उत्तर प्रदेश, बिहार और ओडिशा में अकेले चुनाव लड़कर बेहतर प्रदर्शन कर सकती है। वहीं तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में कांग्रेस को गठबंधन की दरकार है। सूत्रों की मानें तो पीके के सुझाव पर राहुल गांधी ने भी सहमति व्यक्त की है।
पीके के प्रस्ताव को लेकर कांग्रेस 2 मई तक ले सकती है निर्णय
न्यूज एजेंसी एएनआई ने अज्ञात सोर्स से हवाल से इस बात के संकेत दिए हैं कि कांग्रेस प्रशांत के प्लान पर जल्द ही निर्णय लेने वाली है। कहा जा रहा है कि कांग्रेस 2 मई तक प्रस्ताव पर अंतिम निर्णय ले सकती है। इसी के तहत अब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के प्रस्ताव को गंभीरता से ले रही हैं। वे 2024 के आम चुनावों के लिए इसके गेम प्लान पर चर्चा करने के लिए पार्टी सहयोगियों के साथ एक अहम बैठक करने जा रही हैं। इस बैठक में पीके के पार्टी में शामिल होने के अंतिम निर्णय को लेकर भी देखा जा रहा है।
सीएम ममता बनर्जी, केसीआर, प्रियंका गांधी बैठक का हिस्सा
सोनिया गांधी के दिल्ली स्थित आवास 10 जनपथ पर होने वाली बैठक में पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, रणदीप सिंह सुरजेवाला, रिष्ठ नेता मुकुल वासनिक, अंबिका सोनी समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल हो रहे हैं। इसके साथ बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी, आंध्र प्रदेश के सीएम जगन मोहन रेड्डी और तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर भी इस बैठक का हिस्सा बनने वाले हैं।
370 सीटें पर चुनाव लड़ सकती है कांग्रेस
प्रशांत किशोर के कांग्रेस के दिए सुझावों में पार्टी की चुनावी रणनीति का एक ट्रेलर दिख रहा है। पार्टी सूत्रों की मानें तो प्रशांत किशोर ने कांग्रेस के सामने जो प्रस्ताव रखा है उसमें कांग्रेस के अकेले दम पर 370 सीटों पर चुनाव लड़ने का जिक्र है। पीके ने अपवे सुझाव कई सीटों पर गठबंधन की भी बात कही है।
पीके को लेकर असंतोष पर पार्टी हाईकमान निकालेगा हल
कांग्रेस को इस वक्त किसी संजावनी बूटी की तलाश है, जो पार्टी के तमाम धुरंधर खोज पाने में सफन नहीं हो रहे है। इस लिहाज से भी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दिल्ली आवास 10 जनपथ रोड पर पीके के मौजूदगी में होने बैठक अहम मानी जा रही है। हालांकि प्रशांत किशोर और उनके प्रस्ताव के प्रति पार्टी ने नेताओं में असंतोष भी है। इसका एक कारण पीके के साथ उन नेताओं के साथ घनिष्ठता भी हो सकती है जो राज्यों में कांग्रेस के सीधे प्रतिद्वंदी रहे हैं।