कोर्ट की अवमानना केस: प्रशांत भूषण ने SC में दायर की याचिका, सजा पर सुनवाई टालने की मांग
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट द्वारा अदालत की अवमानना मामले में दोषी ठहराए गए देश के जाने-माने वकील प्रशांत भूषण ने बुधवार को सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष एक अर्जी दायर की है। इसमें वकील प्रशांत भूषण ने सुप्रीम कोर्ट से अवमानना मामले के संबंध में उनकी सजा पर सुनवाई टालने की मांग की है। उन्होंने अपनी याचिका में कहा है कि जब तक इस मामले में एक समीक्षा याचिका दायर नहीं की जाती और अदालत उस याचिका पर विचार नहीं कर लेता तब तक उच्चतम न्यायलय इस संदर्भ में अपना फैसला ना सुनाए।
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बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने 14 अगस्त के फैसले में प्रशांत भूषण को आपराधिक अवमानना का दोषी ठहराया था। प्रशांत भूषण पर कोर्ट की अवमानना के दो मामले चल रहे हैं। एक मामला ट्वीट का है जिसमें भूषण ने चार मुख्य न्यायाधीशों पर आरोप लगाया था। ट्वीट वाले मामले में प्रशांत भूषण को दोषी ठहराया गया है जिस पर 20 अगस्त को सजा सुनाई जानी है। वहीं दूसरा मामला 2009 का है जब एक पत्रिका को दिए इंटरव्यू में प्रशांत भूषण ने सुप्रीम कोर्ट के 16 मुख्य न्यायाधीशों में से आधे पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाया था। मामले में भूषण ने अपनी सफाई पेश करते हुए कहा था कि मेरे भ्रष्टाचार कहने का मतलब सही तरीके से कर्तव्य न निभाना था। हालांकि कोर्ट ने उनकी सफाई को अस्वीकार कर दिया था।
समर्थन
में
आए
1500
वकील
उधर,
कोर्ट
की
अवमानना
मामले
में
दोषी
ठहराए
जाने
के
बाद
देश
भर
से
वकील
प्रशांत
भूषण
के
समर्थन
में
आ
रहे
हैं।
मामले
में
देश
भर
से
1500
वकीलों
ने
समर्थन
देते
हुए
सुप्रीम
कोर्ट
को
पत्र
लिखा
है।
बयान
में
वकीलों
ने
कहा
है
कि
अवमानना
का
डर
दिखाकर
बार
को
चुप
कराने
से
सुप्रीम
कोर्ट
की
ही
स्वतंत्रता
और
ताकत
कम
होगी।
1500
वकीलों,
जिनमें
बार
के
वरिष्ठ
सदस्य
भी
शामिल
हैं,
सुप्रीम
कोर्ट
से
सुधारात्मक
कदम
उठाकर
न्याय
की
विफलता
को
रोकने
की
अपील
की
है।
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