नोटबंदी के बाद खाते में जमा हुए 16 Crore रुपये, बेनामी घोषित
नोटबंदी के बाद एक बैंक खाते में जमा कराए गए लगभग 16 करोड़ रुपयों को एक विशेष अदालत ने बेनामी घोषित कर दिया है। कोर्ट ने यह फैसला रकम जमा कराने वाले और इससे लाभान्वित होने वाले के बारे में पता नहीं चल पाने की वजह से सुनाया।
नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद एक बैंक खाते में जमा कराए गए लगभग 16 करोड़ रुपयों को एक विशेष अदालत ने बेनामी घोषित कर दिया है। कोर्ट ने यह फैसला रकम जमा कराने वाले और इससे लाभान्वित होने वाले के बारे में पता नहीं चल पाने की वजह से सुनाया। कोर्ट ने यह आदेश बेनामी लेनदेन निरोधक (संशोधन) कानून 2016 के तहत सुनाया। भारतीय नस्ल की ये गाय रोजाना 80 लीटर देती है दूध, 4 लोगों को मिलकर पड़ता है दुहना
मिली जानकारी के मुताबिक आयकर विभाग ने नोटबंदी के बाद कालेधन के खिलाफ अभियान चलाया था। इसी दौरान आयकर विभाग ने कोटक महिंद्रा बैंक की केजी मार्ग स्थित ब्रांच का सर्वे भी किया था। यहां आयकर विभाग को एक रमेश चंद शर्मा नाम के शख्स का पता चला जिसके अकाउंट में नोटबंदी के बाद अलग अलग कर 15.93 करोड़ रुपये जमा किए थे।
इस अकाउंट से जुड़े सभी कागजातों में आयकर विभाग ने खामियां पाईं। साथ ही उन्होंने जांच के दौरान यह भी पाया कि इस अकाउंट से कुछ संदिग्ध ईकाईयों को डिमांड ड्राफ्ट जारी किए गए हैं। आयकर विभाग ने इन सभी भुगतान को रुकवाया और खाते में जमा रकम को जब्त कर लिया। आयकर विभाग द्वारा जांच शुरू होने के बाद से ही रमेश चंद शर्मा नाम का शख्स फरार है। समन जारी होने के बावजूद वो अभी तक विभाग के सामने पेश नहीं हुआ है। जिसके चलते आयकर विभाग ने कार्रवाई करते हुए खाते में जमा सभी 5.93 करोड़ रुपये को बेनामी घोषित कर दिया।