PNB स्कैम: VIDEO जारी कर मेहुल चोकसी ने आरोपों को बेबुनियाद बताया, कहा- सरकार के लिए मैं सॉफ्ट टारगेट
नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े बैंकिंग घोटाले का आरोपी मेहुल चोकसी जांच एजेंसियों की पकड़ से बाहर हैं। एक तरफ जहां भारत की तमाम जांच एजेंसियां मेहुल चोकसी को वापस लाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही है तो वहीं दूसरी तरफ वो एंटिगुआ में बैठकर एजेंसियों को गलत बता रहा है। चोकसी ने एक वीडियो जारी कर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उसने अपने उपर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताया है। मेहुल चोकसी ने अपने पहले वीडियो बयान में कहा, ''प्रवर्तन निदेशालय ने मेरे ऊपर जो भी आरोप लगाए हैं वो झूठे और बेबुनियाद हैं। उन्होंने गैर कानूनी तरीके से मेरी संपत्ति जब्त कर ली है। ईडी सीबीआई मुझे फंसा रहे हैं।''
पासपोर्ट अथॉरिटी पर भी उठाए सवाल
वीडियो में मेहुल चोकसी ने कहा, ''पासपोर्ट अथॉरिटी ने मेरा पासपोर्ट रद्द कर दिया। मुझे पासपोर्ट ऑफिस से एक मेल मिला जिसमें कहा गया कि भारत की सुरक्षा के मद्देनजर मेरा पासपोर्ट रद्द कर दिया गया है। इसके जवाब में मैंने मुंबई रीजनल पासपोर्ट ऑफिस को मेल किया कि मेरे पासपोर्ट से सस्पेंशन हटा दिया जाए। मुझे वहां से कोई रिप्लाई नहीं मिला।''
छोटे देशों में रहने वाले सॉफ्ट टारगेट होते हैं
चोकसी ने कहा इस समय ये सब जो हो रहा है, पिछले दो महीने से पूरा फोकस मुझ पर शिफ्ट हो गया है, सिर्फ इस वजह से कि मैं छोटे देश में हूं और हो सकता है कि बड़े देशों के मुकाबले छोटे देश में रहने वाले सॉफ्ट टारगेट होते हैं। आपने कहा कि क्या ये राजनीतिक साजिश है तो मैं इसपर यही कहूंगा की हां। सरकार पर विदेश में रह रहे लोगों को वापस लाने के लिए काफी दबाव है। मैं उनके लिए सॉफ्ट टारगेट हूं। अगर मैं आपको बताऊं, ये पूरे फ्रॉड की बात तो मेरी कंपनी ने कोई फ्रॉड या घोटाला नहीं किया है। यह एक धोखाधड़ी की शिकायत थी। बैंक की पूरी रिपोर्टिंग सिस्टम में बहुत खामियां थीं। अभी सीबीआई की रिपोर्ट आई है कि संभवत: इस पूरे मामले में बड़ी संख्या में लोग जवाबदेह हैं। जो भी मैंने पढ़ा पांच सात साल में बड़ी संख्या में बैंक के कर्मचारी इसमें शामिल हो जाते। बैंक ने पूरे मामले को अपने ऊपर लेने की जगह उन्होंने हमें बलि का बकरा बना दिया। सबसे पहले इन लोगों ने 29 जनवरी को एक शिकायत की थी। उसके बाद मेरा नाम कैसे शामिल हुआ, मैं देखकर चौंक गया, मैं आश्चर्यचकित था।
ABP न्यूज के इस सवाल पर रो पड़ा चोकसी
चोकसी ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत की। एबीपी न्यूज की तरफ से जब यह सवाल पूछा गया कि क्या वो भारत को मिस करते हैं? तो इस सवाल पर वो रो पड़ा। उसने कहा कि कौन नहीं करेगा? मैंने अपनी सारी जिंदगी यहां निकाली है। मेरी एक ख्वाहिश है कि मेरे कर्मचारियों के साथ बहुत नाइंसाफी हुई है। 6000 कर्मचारियों को शायद उनकी जो भी ग्रेच्युटी नहीं मिली है तो उसके लिए मैं सरकार से प्रार्थना करूंगा कि उन्हें पैसे दे दें। मैं अपने लिए नहीं मांग रहा हूं अपने कर्मचारियों के लिए मांग रहा हूं। मैंने 5 साल से मेहनत करके 500-600 दिव्यांग लोगों को भर्ती किया था और एक सपना था कि इनलोगों को टर्नओवर करके दूसरी कंपनी में शिफ्ट करता जाऊंगा। उनलोगों का खयाल रखा गया। सूरत में उनको बुलाकर काम दिया जाए और इनलोगों को ग्रेच्यूटी देनी चाहिए सरकार को।