पीएम का संबोधन: मोदी ने मांगा जनता कर्फ्यू के लिए समर्थन, जनता के लिए, जनता के द्वारा लगाया गया कर्फ्यू
नई दिल्ली- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के प्रकोप से लड़ने के लिए जनता का समर्थन और सहयोग मांगा है। इसके लिए उन्होंने देश की 130 करोड़ जनता से आने वाली 22 तारीख यानि रविवार को सुबह के 7 बजे से रात के 9 बजे तक जनता कर्फ्यू का आह्वान किया है।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से कहा है कि "मैं आज प्रत्येक देशवासी से एक और समर्थन मांग रहा हूं। ये है जनता-कर्फ्यू। जनता कर्फ्यू यानि जनता के लिए, जनता द्वारा खुद पर लगाया गया कर्फ्यू।" उन्होंने देश के लोगों से अपील की है कि इस रविवार को कोई घरों से बाहर न निकलें, सभी अपने घरों में ही रहें।
पीएम मोदी ने लोगों से कहा है कि जनता कर्फ्यू के दौरान कोई भी नागरिक घरों से बाहर न निकलें। न सड़क पर जाएं, न सोसाइटी में इकट्ठे हों, अपने घरों में ही रहें। लेकिन, आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को तो अपने दायित्व निभाने के लिए जाना ही पड़ेगा। लेकिन, एक नागरिक के नाते हम देखने के लिए भी न निकलें। पीएम ने कहा कि 22 मार्च को हमारा ये आत्मसंयम देशहित में हमारे संकल्प का एक प्रतीक होगा।
पीएम मोदी के मुताबिक 22 मार्च को जनता कर्फ्यू की सफलता, इसके अनुभव हमें आने वाली चुनौतियों के लिए भी तैयार करेंगे। इस दौरान पीएम ने सभी राज्य सरकारों से अपील की है कि वो इस जनता कर्फ्यू का पालन करवाने का नेतृत्व करें।
एनसीसी, एसएसएस, युवा संगठन, सिविल सोसाइटीज, खेलकूद,धार्मिक और सामाजिक जितने भी संगठन हैं सभी से उन्होंने अपील की है कि अभी से लेकर रविवार तक जनता को इस जनता कर्फ्यू के बारे में समझाएं और उन्हें जागरुक करने का प्रयास करें। उन्होंने लोगों से कहा है कि हर दिन 10 नए लोगों को भी जनता कर्फ्यू के बारे में और इस वैश्विक महामारी से निपटने के लिए नागरिकों की ओर से किए जाने वाली कोशिशों के बारे में समझाएं।
पीएम मोदी ने कहा है कि जनता कर्फ्य देश और देशवासियों के लिए कसौटी की तरह होगा। इससे पता चलेगा कि कोनोना जैसी महामारी से निपटने के लिए भारत कितना तैयार है यह भी देखने और परखने को मिलेगा।
इस दौरान पीएम मोदी ने रविवार को ही शाम 5 बजे देशवासियों से अपने घरों के दरवाजे पर, बालकनी में, खिड़कियों पर खड़े होकर ऐसे लोगों के लिए 5 मिनट तक ताली या थाली या घंटी बजाकर आभार जताने का अनुरोध किया है जो पिछले दो महीनो से इस महामारी के खिलाफ एयरपोर्ट से लेकर अस्पतालों और गलियों तक में अपना योगदान दे रहे हैं।
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