PM मोदी आज शाहजहांपुर में गंगा एक्सप्रेस-वे की रखेंगे आधारशिला, जानें किन शहरों को होगा फायदा
PM मोदी आज शाहजहांपुर में गंगा एक्सप्रेस-वे की रखेंगे आधारशिला, जानें किन शहरों को होगा फायदा
नई दिल्ली, 18 दिसंबर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को दोपहर करीब 1 बजे उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में गंगा एक्सप्रेसवे का शिलान्यास करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने 16 दिसंबर को कहा था कि एक्सप्रेसवे के पीछे प्रेरणा देश भर में तेज गति से कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए प्रधान मंत्री का विजन है। गंगा एक्सप्रेस-वे की लंबाई 594 किलोमीटर होगी। ये गंगा एक्सप्रेस-वे छह लेन का होगा, जिसको बनाने में कुल लागत 36,200 करोड़ रुपये से अधिक आएगी।
गंगा एक्सप्रेस-वे से इन शहरों को होगा फायदा
मेरठ के बिजौली गांव के पास से शुरू होकर यह एक्सप्रेस-वे प्रयागराज के जुदापुर दांडू गांव तक जाएगा। ये गंगा एक्सप्रेस-वे सेमेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज से होकर गुजरेगी। यूपी के इन सभी जिलों को गंगा एक्सप्रेस-वे से फायदा होगा।
गंगा एक्सप्रेस-वे पर बनाई जाएगी रनवे
काम पूरा होने पर यह राज्य के पश्चिमी और पूर्वी क्षेत्रों को जोड़ने वाला उत्तर प्रदेश का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे बन जाएगा। शाहजहांपुर में गंगा एक्सप्रेस-वे पर वायुसेना के विमानों के आपातकालीन टेक-ऑफ और लैंडिंग में सहायता के लिए 3.5 किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी (रनवे) भी बनाई जाएगी।
2024 में बनकर तैयार होगा गंगा एक्सप्रेस वे
गंगा एक्सप्रेस वे के साथ एक औद्योगिक गलियारा भी बनाने का प्रस्ताव है। एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास, व्यापार, कृषि, पर्यटन आदि सहित कई क्षेत्रों को भी गति देगा। यह क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास को एक बड़ा बढ़ावा प्रदान करेगा। गंगा एक्सप्रेस-वे को 26 नवंबर, 2020 को मंजूरी दी गई थी। यह एक्सप्रेस-वे 2024 तक बनकर तैयार हो जाएगा।
गंगा एक्सप्रेस वे को 26 नवंबर, 2020 को योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली राज्य सरकार द्वारा अनुमोदित किया गया था। ये अदानी एंटरप्राइजेज और आईआरबी इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपर्स द्वारा बनाया जाएगा।
जानें गंगा एक्सप्रेस-वे के फीचर के बारे में?
594 किलोमीटर लंबी गंगा एक्सप्रेस वे पर हापुड़ और बुलंदशहर जिले के लोगों की सुविधा के लिए परियोजना की रूपरेखा के अनुसार गढ़मुक्तेश्वर में पुल का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा गंगा एक्सप्रेस वे पर 9 जन सुविधा केंद्र, सात रेलवे ओवर ब्रिज, 14 बड़े ब्रिज, 126 छोटे ब्रिज और 381 अंडरपास बनाए जाएंगे। सर्विस रोड के साथ प्रवेश और निकास के लिए 17 स्थानों पर इंटरचेंज की सुविधा होगी।
गंगा एक्सप्रेस-वे के किनारे लगाए जाएंगे 18,55,000 पौधे
पर्यावरण संरक्षण सुनिश्चित करने के लिए, परियोजना के डिजाइन में एक्सप्रेसवे के किनारे 18,55,000 पौधे लगाना शामिल है। साथ ही यह भी पता चला है कि परियोजना के लिए अधिग्रहित जमीन पर सौर ऊर्जा से बिजली पैदा की जाएगी।
यूपी सरकार के मुताबिक, एक्सप्रेस-वे के लिए इस्तेमाल की जा रही जमीन का 94 फीसदी हिस्सा पिछले एक साल में किसानों से खरीदा गया है। एक्सप्रेस-वे के लिए करीब 7,386 हेक्टेयर जमीन की जरूरत है। परियोजना के लिए अब तक कुल 82,750 किसानों से जमीन खरीदी जा चुकी है।