पीएम मोदी ने नौसेना को सौंपा स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर INS Vikrant, जानिए क्या है इसकी खासियत
पीएम मोदी ने नौसेना को सौंपा स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर INS Vikrant, जानिए क्या है इसकी खासियत
नई दिल्ली, 2 सितंबर: देश को आज अपना ताकतवर स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रांत (INS Vikrant) मिल गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कोच्चि में कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड में भारत के पहले स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रांत का अनावरण किया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और अन्य गणमान्य व्यक्ति इस खास मौके पर मौजूद थे। एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रांत दुनिया के दस सबसे ताकतवर विमानवाहक युद्धपोतों में शामिल है। एयरक्राफ्ट कैरियर मतलब समुद्र में तैरता एक एयरफोर्स स्टेशन हैं, जहां से आप फाइटर जेट्स, मिसाइलें, ड्रोन्स उड़ाकर अपने दुश्मनों से लड़ सकते हैं।
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एयरक्राफ्ट विक्रांत की कमीशनिंग समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, 'अमृतकाल' के प्रारंभ में आईएनएस विक्रांत की कमीशनिंग अगले 25 वर्षों में राष्ट्र की सुरक्षा के हमारे मजबूत संकल्प को दर्शाती है। INS विक्रांत आकांक्षाओं और आत्मनिर्भर भारत का एक असाधारण प्रतीक है।
#WATCH live via ANI FB | Commissioning ceremony of the first indigenous aircraft carrier as INS Vikrant, at Cochin Shipyard Limited in Kochi, Kerala.
Prime Minister Narendra Modi to commission it into the Indian Navy shortly.
(Source: DD)https://t.co/gsnUBoGWsZ pic.twitter.com/ZuiaHGeBvJ
— ANI (@ANI) September 2, 2022
जानिए स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर की खासियत
-स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रांत भारतीय नौसेना के इन-हाउस वॉरशिप डिजाइन ब्यूरो (WDB) द्वारा डिजाइन किया गया है। ये कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड और पोर्ट, शिपिंग और जलमार्ग मंत्रालय के तहत मिलकर बनाया गया है।
-विक्रांत को अत्याधुनिक ऑटोमेशन सुविधाओं के साथ बनाया गया है और भारत के समुद्री इतिहास में निर्मित अब तक का सबसे बड़ा जहाज है।
-स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर का नाम शानदार पूर्ववर्ती, भारत के पहले विमान वाहक के नाम पर रखा गया है, जिसने 1971 के युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
#WATCH | Shaping a dream building a nation. Designed by the Indian Navy and constructed by CSL Cochin, a shining beacon of AatmaNirbhar Bharat, IAC #Vikrant is all set to be commissioned into the Indian Navy.
(Source: Indian Navy) pic.twitter.com/LpHADHTlPk
— ANI (@ANI) September 2, 2022
-स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रांत में बड़ी मात्रा में स्वदेशी उपकरण और मशीनरी का इस्तेमाल किया गया है, जिसमें देश के प्रमुख औद्योगिक घरानों के साथ-साथ 100 से अधिक एमएसएमई शामिल हैं।
-विक्रांत के चालू होने के साथ, भारत के पास दो ऑपरेशनल एयरक्राफ्ट कैरियर होंगे, जो देश की समुद्री सुरक्षा को मजबूत करेंगे।
-भारतीय नौसेना के अनुसार, 262 मीटर लंबे वाहक का पूर्ण विस्थापन लगभग 45,000 टन है जो कि उसके पूर्ववर्ती की तुलना में बहुत बड़ा और अधिक उन्नत है।
- विक्रांत की खासियत के बारे में बोलते हुए वाइस एडमिरल हम्पीहोली ने कहा था, विक्रांत में लगभग 30 विमानों का मिश्रण है। यह मिग 29k लड़ाकू विमान को हवा-विरोधी, सतह-विरोधी और भूमि हमले की भूमिकाओं में उड़ा सकता है। यह कामोव 31 को संचालित करने में सक्षम होगा, जो हाल ही में एक प्रारंभिक वायु चेतावनी हेलीकॉप्टर है।
-इसमें MH-60R को शामिल किया गया लेकिन अभी तक चालू नहीं किया गया है जो एक बहु-भूमिका हेलीकॉप्टर है और साथ ही हमारा स्वदेशी ALH भी है। यह लगभग 45,000 टन को विस्थापित करता है जो निश्चित रूप से भारतीय नौसेना सूची में सबसे बड़ा युद्धपोत है।"