भारत-रूस के बीच एयर डिफेंस सिस्टम समेत 16 बड़े समझौते
डाबोलिन सिटी। शनिवार को गोवा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति ब्लादीमिर पुतिन की मुलाकात हुई। एक बंद कमरे में हुई इस मुलाकात के बाद दोनों देशों के नेता एक साझा बयान जारी करने वाले हैं।
'एक पुराना दोस्त दो नए दोस्तों से बेहतर'
इस मुलाकात के दौरान कुडानकुलम की नई यूनिट को मंजूरी मिल चुकी है राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने एक साझा बयान जारी किया। पीएम मोदी ने अपने बयान की शुरुआत में कहा, 'एक पुराना दोस्त दो नए दोस्तोंं से बेहतर होता है।'
इस दौरान पीएम मोदी ने जानकारी दी कि रूस और भारत की आतंकवाद पर राय एक जैसी है। रूस ने क्रॉस बॉर्डर टेररिज्म से निपटने के लिए भारत की सराहना की है। अफगानिस्तान के हालातों और आतंकवाद पर भारत की जीरो टॉलरेंस की नीति को भी रूस ने समर्थन दिया है।
- दोनों की मुलाकात के बीच ही 16 समझौते पर साइन हुए हैं।
- रूस के साथ 39,000 करोड़ रुपए की एस-400 मिसाइल डिफेंस को भी मंजूरी।
- रूस और भारत के बीच ऊर्जा, ट्रैफिक स्मार्ट सिटी सेक्टर में अहम समझौते हुए।
- नागपुर-सिकंदराबाद के बीच रेल की स्पीड बढ़ाने पर करार हुए।
- आंध्र प्रदेश और हरियाणा में स्मार्ट सिटी बनाने पर करार हुए।
- दोनों देशों के बीच गैस पाइपलाइन, शिक्षा ट्रेनिंग पर समझौता।
- कुनडनकुलम प्लांट के विस्तार, कामोव हेलीकॉप्टर के साझा निर्माण पर समझौते हुए।
- रूस ने भारत के इन इंडिया प्रोग्राम को रूस ने सपोर्ट करने का फैसला लिया है।
- इंडियन नेवी के लिए रूस से चार शिप्स को खरीदा जाएगा।
-
रूस
के
कामोव
हेलीकॉप्टर
को
भारत
में
ही
निर्मित
किया
जाएगा।
17वां रूस-भारत सम्मेलन
आपको बता दें कि ब्रिक्स सम्मेलन के अलावा शनिवर से गोवा में ही 17वें भारत-रूस वार्षिक सम्मेलन की भी शुरुआत हुई है।
इस सम्मेलन के तहत जहां एक बार रूस के राष्ट्रपति भारत आते हैं तो अगली बार भारत के प्रधानमंत्री रूस जाते हैं।
इस सम्मेलन की शुरुआत वर्ष 2000 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने की थी। अब तक 16 ऐसे सम्मेलन हो चुके हैं।