G20 शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने लिया हिस्सा, अफगानिस्तान में तुरंत शांति बहाली पर जोर
नई दिल्ली, 12 अक्टूबर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अफगानिस्तान पर G-20 शिखर सम्मेलन में भाग लिया। इस दौरान आतंकवाद और अफगानिस्तान में शांति समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई। बैठक के बाद पीएम ने ट्वीट कर लिखा कि मैंने G-20 की बैठक में अफगान क्षेत्र को कट्टरपंथ और आतंकवाद का स्रोत बनने से रोकने पर जोर दिया। साथ ही अफगान नागरिकों को तत्काल मानवीय सहायता और एक समावेशी प्रशासन का आह्वान किया। पीएम ने आगे कहा कि अफगानिस्तान में स्थिति में सुधार के लिए यूएनएससी प्रस्ताव 2593 पर आधारित एक एकीकृत अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया आवश्यक है।
वहीं विदेश मंत्रालय ने कहा कि पीएम मोदी ने अफगानिस्तान में एक समावेशी प्रशासन का आह्वान किया है। जिसमें महिलाएं और अल्पसंख्यक शामिल हों। इसके अलावा यूएनएससी के प्रस्ताव 2593 पर गौर होना चाहिए। जिसमें साफ कहा गया है कि अफगानी जमीन का इस्तेमाल आतंकवाद के लिए नहीं किया जाना चाहिए। मंत्रालय के मुताबिक प्रधानमंत्री ने आगे कट्टरपंथ, आतंकवाद, क्षेत्र में ड्रग्स और हथियारों की तस्करी के खिलाफ संयुक्त लड़ाई को बढ़ाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
पीएम मोदी के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने भी सम्मेलन में भाग लिया। उन्होंने भी हजारों पश्चिमी-सहयोगी अफगानों के लिए विदेश में सुरक्षित मार्ग की गारंटी के तरीकों पर ध्यान केंद्रित करने की बात कही। चांसलर मर्केल ने बैठक में साफतौर पर कहा कि जर्मनी अभी तक अफगानिस्तान की तालिबानी सरकार को मान्यता देने के लिए तैयार नहीं है, क्योंकि ये इसके लिए मांगे गए समावेशन मानकों को पूरा नहीं करता है। हालांकि जर्मनी इस साल अफगानिस्तान को 60 करोड़ यूरो की सहायता प्रदान करेगा।