डॉक्टरों और नॉर्थ-ईस्ट भारतीयों के साथ बदसलूकी पर पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों को दिया ये निर्देश
नई दिल्ली। कोरोना वायरस को लेकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दूसरी बार राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर चर्चा की। इस बैठक में 13 राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने हिस्सा लिया और अधिकतम प्रदेशों ने पीएम मोदी से लॉकडाउन को 30 अप्रैल तक बढ़ाने का अनुरोध किया। सरकारी सूत्रों के मुताबिक केंद्र इस पर विचार कर रहा है और लॉकडाउन को बढ़ाने की घोषणा जल्द की जा सकती है। बैठक में पीएम मोदी ने डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मचारियों पर को लेकर भी बात की।
पीएम मोदी ने राज्यों से कहा, डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मचारियों पर हमलों के मामलों की निंदा की और उनकी सुरक्षा पर जोर दिया। इसके अलावा उत्तर-पूर्व भारतीयों और कश्मीर के छात्रों के साथ दुर्व्यवहार की घटनाओं को प्रधानमंत्री ने रेखांकित किया और कहा कि ऐसे मामलों से दृढ़ता से निपटने की आवश्यकता है। पीएम ने सुझाव दिया कि मंडियों में भीड़ को रोकने के लिए कृषि उपज के लिए प्रत्यक्ष विपणन को प्रोत्साहित किया जा सकता है। जिसके लिए मॉडल एपीएमसी कानूनों में तेजी से सुधार किया जाना चाहिए। पीएम मोदी ने कहा, इस तरह के कदमों से किसानों को अपने दरवाजे पर उत्पाद बेचने में मदद मिलेगी।
PM categorically assured that India has adequate supplies of essential medicines &said that measures are being taken to ensure the availability of protective gear & critical equipment for all front-line workers. He also gave a stern message against black marketing & hoarding: PMO https://t.co/zBq2ZCC1fN
— ANI (@ANI) April 11, 2020
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को स्पष्ट रूप से आश्वासन दिया कि भारत में आवश्यक दवाओं की पर्याप्त आपूर्ति है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से सीधी लड़ाई लड़ रहे हमारे डॉक्टर, स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण उपकरण की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए उपाय किए जा रहे हैं। उन्होंने कालाबाजारी और जमाखोरी के खिलाफ भी सख्त संदेश दिया भी दिया है।
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जान
और
जहान
दोनों
की
चिंता
करना
जरूरी
देश
के
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
ने
आगे
कहा,
'अब
भारत
के
उज्जवल
भविष्य,
समृद्ध
और
स्वस्थ
भारत
के
लिए
जान
भी
जहान
भी,
दोनों
पहलुओं
पर
ध्यान
देना
आवश्यक
है।
जब
देश
का
प्रत्येक
व्यक्ति
जान
भी
और
जहान
भी
दोनों
की
चिंता
करते
हुए
अपने
दायित्व
को
निभाएगा,
सरकार
और
प्रशासन
के
दिशा-निर्देशों
का
पालन
करेगा
तभी
इस
संकट
से
छुटकारा
पाया
जा
सकता
है।'
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