स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के निधन पर पीएम मोदी ने जताया दुख, अमित शाह और राहुल गांधी ने भी दी श्रद्धांजलि
नई दिल्ली, सितंबर 11: द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर शोक जताया है। पीएम मोदी ने स्वरूपानंद सरस्वती को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा है कि उनके निधन से अत्यंत दुख पहुंचा है। शोक के इस समय में उनके अनुयायियों के प्रति मेरी संवेदनाएं। ओम शांति!
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अमित शाह ने क्या कहा?
पीएम मोदी के अलावा गृहमंत्री अमित शाह ने भी स्वरूपानंद सरस्वती के निधन पर दुख जताया है। अमित शाह ने कहा है, "द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी के निधन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ। सनातन संस्कृति व धर्म के प्रचार-प्रसार को समर्पित उनके कार्य सदैव याद किए जाएंगे। उनके अनुयायियों के प्रति मेरी संवेदनाएं। ईश्वर उनकी दिवंगत आत्मा को सद्गति प्रदान करे। ॐ शांति
योगी आदित्यनाथ ने क्या कहा?
स्वामी
स्वरूपानंद
के
निधन
पर
उत्तर
प्रदेश
के
मुख्यमंत्री
योगी
आदित्यनाथ
ने
कहा
है,
"श्री
द्वारका-शारदा
पीठ
व
ज्योतिर्मठ
पीठ
के
जगतगुरु
शंकराचार्य
श्रद्धेय
स्वामी
श्री
स्वरूपानंद
सरस्वती
जी
महाराज
का
ब्रह्मलीन
होना
संत
समाज
की
अपूरणीय
क्षति
है।
प्रभु
श्री
राम
दिवंगत
पुण्यात्मा
को
अपने
परमधाम
में
स्थान
व
शोकाकुल
हिंदू
समाज
को
यह
दुःख
सहने
की
शक्ति
दें।
ॐ
शांति!"
राहुल गांधी ने दी श्रद्धांजलि
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा,"पूज्यपाद ज्योतिष्पीठाधीश्वर एवं द्वारका शारदापीठाधीश्वर, जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती जी के ब्रह्मलीन होने का समाचार दुःखद है।उन्होंने हमेशा धर्म और सत्य के मार्ग पर चलने का रास्ता दिखाया। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करे। सादर श्रद्धांजलि।"
प्रियंका गांधी ने क्या कहा?
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के निधन पर दुख जताया है। उन्होंने अपने ट्वीट में शंकराचार्य के साथ की अपनी एक फोटो को भी शेयर किया है, जब उन्होंने साल 2021 में उनसे मुलाकात की थी।
एक ट्वीट में प्रियंका गांधी ने कहा है, "जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज के महाप्रयाण का समाचार सुनकर मन को भारी दुख पहुंचा। स्वामी जी ने धर्म, अध्यात्म व परमार्थ के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। साल 2021 में प्रयागराज में गंगा स्नान के बाद उनका आशीर्वाद प्राप्त कर देश व धर्म की उदारता व सद्भावना पर उनके साथ चर्चा करने का मौका मिला। स्वामी जी ने मेरे पिता के रहते हुए 1990 में हमारी गृहप्रवेश की पूजा कराई थी।
ये पूरे समाज के लिए एक अपूर्णीय क्षति है। ईश्वर से प्रार्थना है कि इस कठिन समय में स्वामी जी के अनुयायियों को कष्ट सहने का साहस दें। ॐ शांति!"
नहीं रहे शंकराचार्य स्वामी स्वरुपानंद सरस्वती, नरसिंहपुर जिले के झोतेश्वर आश्रम में ली अंतिम सांस