100 साल से अधिक पुरानी मस्जिदों के गोपनीय सर्वे की मांग, SC में दायर की गई याचिका
नई दिल्ली, 27 मई: ज्ञानवापी मस्जिद और कुतुब मीनार से जुड़े विवाद के बीच भारत में कुओं या तालाबों वाली प्राचीन प्रमुख मस्जिदों का गोपनीय सर्वेक्षण करने के लिए सुप्रीम कोर्ट के समक्ष एक याचिका दायर की गई है। दो अधिवक्ताओं द्वारा दायर याचिका में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के जरिए सौ साल से अधिक पुरानी प्रमुख मस्जिदों के तालाबों और कुओं से वुजू को स्थानांतरित करने के लिए निर्देश देने की भी मांग की गई है।
जनहित याचिका में मांग की गई है कि सुप्रीम कोर्ट, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण या किसी अन्य संस्था को आदेश दे कि वो इन मस्जिदों का सर्वे करे। इसके अलावा 100 साल से अधिक पुरानी मस्जिदों में तालाबों और कुओं से वजू को स्थानांतरित करने के लिए भी निर्देश जारी करे। वुजू एक इस्लामी प्रक्रिया है जिसे मस्जिदों में प्रवेश से पहले शरीर के अंगों को साफ करने के लिए अपनाई जाती है।
दायर की गई जनहित याचिका में कहा गया है कि ऐसी मस्जिदों का गोपनीय सर्वेक्षण किया जा सकता है ताकि वहां से यदि कोई अवशेष मिले तो अनावश्यक सांप्रदायिक तनाव और धार्मिक भावनाओं को आहत करने से बचा जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट में यह जनहित याचिका अधिवक्ता शुभम अवस्थी की ओर से अधिवक्ता विवेक नारायण शर्मा के जरिए दायर की गई है। याचिका में आगे कहा गया कि मध्यकालीन युग में मुस्लिम आक्रमणकारियों ने कई हिंदू, जैन, सिख और बौद्ध मंदिरों को अपवित्र कर दिया था।
याचिकाकर्ताओं के अनुसार, सर्वेक्षण गोपनीय के साथ किया जाए, ताकि यदि कोई अवशेष मिले, तो अनावश्यक सांप्रदायिक घृणा और धार्मिक भावनाओं को आहत करने से बचा जा सके। जनहित याचिका दिल्ली-एनसीआर के अधिवक्ता शुभम अवस्थी और सप्तर्षि मिश्रा ने अधिवक्ता विवेक नारायण शर्मा द्वारा दायर की है। इसमें दावा किया गया है कि वाराणसी की ज्ञानवापी परिसर में तालाब/कुएं में एक शिवलिंग पाया गया था।
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याचिका में कहा गया है कि, जहां मुसलमान वजू करते हैं, जो प्रथा कई दशकों से जारी है। ये पवित्र शिवलिंग के प्रति जानबूझकर द्वेष और हिंदू देवी-देवताओं के प्रति एक प्रतिशोध को दर्शाता है. ताकि हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई जा सके। जनहित याचिका में 100 साल से अधिक पुरानी प्रमुख मस्जिदों के तालाबों और कुओं से वजू को स्थानांतरित करने के लिए निर्देश देने की भी मांग की गई है।