एक महीने भी नहीं हुए पाकिस्तान की अकड़ पड़ी ढीली, भारत से दवा आयात को दी मंजूरी
नई दिल्ली- जम्मू-कश्मीर से विशेषाधिकार खत्म किए जाने के बाद पिछले महीने पाकिस्तान ने भारत के साथ तमाम राजनयिक संबंध कम करने के साथ ही द्विपक्षीय व्यापार पर भी एकतरफा ब्रेक लगा दिया था। लेकिन, अभी पाकिस्तान की इमरान खान सरकार के फैसलों के एक महीने भी पूरी नहीं हुए, उनके होश ठिकानें आने शुरू हो गए हैं। अब पाकिस्तान सरकार को मजूबरन भारत से जीवन रक्षक दवा दोबारा मंगाने को मंजूरी देनी पड़ गई है।
भारत से दवा आयात को दी मंजूरी
बीते 5 अगस्त को जब जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 के प्रावधान हटाए गए थे, तब पाकिस्तान ने बौखलाहट में भारत के साथ ताबड़-तोड़ सभी तरह के रिश्ते तोड़ने शुरू कर दिए थे। उसने राजनयिक संबंधों को डाउनग्रेड कर दिया था। दोनों देशों के आम नागरिकों के लिए जारी रेल और बस सेवाओं पर ब्रेक लगा दिया था। यहां तक कि भारतीय फिल्मों पर भी पाबंदी लगा दी थी। इमरान सरकार ने अपने इन जुनूनी फैसलों के तहत भारत के साथ सभी तरह के व्यापार और कारोबार भी रोक दिए थे। अब पता चला है कि जब वहां भारत से आयात बंद होने से जीवन रक्षक दवाओं की किल्लत शुरू हो गई तो इमरान सरकार के वाणिज्य मंत्रालय ने एक आदेश जारी करते हुए भारत से दवाओं के आयात को फिर से मंजूरी दे दी है। ये जानकारी पाकिस्तानी मीडिया के हवाले से सामने आई है।
जीवन रक्षक दवाओं के लिए है भारत पर निर्भर
गौरतलब है कि पिछले 16 महीनों में ही पाकिस्तान ने भारत से तकरीबन 250 करोड़ रुपये की एंटी-रेबीज और एंटी-वेनम वैक्सीन का आयात किया था। बता दें कि पाकिस्तान भारत से बहुत बड़ी मात्रा में दवा आयात करता है, जिसमें सांप-कुत्ते के जहर से रक्षा करने वाली जीवन रक्षक दवाओं के लिए तो वह पूरी तरह से भारत पर ही निर्भर है। इन जीवन रक्षक दवाओं के अलावा भी पाकिस्तान कई सारी चीजों का आयात भारत से करता है। प्याज और टमाटर के लिए तो वह पूरी तरह से भारत के ही भरोसे है। इसके अलावा वह भारत से जैविक रसायन, कपास, प्लास्टिक के सामान,अनाज, चीनी, कॉफी, चाय, लोहे और स्टील के सामान, दवा और तांबा का आयात करता है। जबकि, भारत वहां से सब्जी, टेक्सटाइल, केमिकल, चमड़ा, लेदर और खाल का आयात करता है।
बर्बादी की हाल में है पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था
दरअसल, पाकिस्तानी अर्थव्यस्था पहले से ही बर्बादी की कगार पर खड़ी है। जानकार शुरू से ही बता रहे थे कि पाकिस्तान भारत के साथ जिस तरह व्यापारिक रिश्ते तोड़ रहा है, इसका खामियाजा उसी को ही भुगतना पड़ेगा। क्योंकि, दोनों देशों के कुल व्यापार का 80 प्रतिशत पाकिस्तान भारत से ही आयात करता है। 2018-19 में पाकिस्तान ने भारत से 206.7 करोड़ अमेरिकी डॉलर का आयात किया था, जबकि भारत ने उससे 49.5 करोड़ डॉलर का आयात किया था। लेकिन, फिर भी उसने भारत के खिलाफ कदम उठाते हुए अपने तीन एयरस्पेस भी भारत के लिए बंद करने की घोषणा कर दी। जानकार बतातें कि इससे भी पाकिस्तान को ही ज्यादा भुगतना पड़ेगा। इससे पहले वह बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद भी भारतीय विमानों के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया था, लेकिन कुछ महीने बाद उसने उसी तरह से पाबंदी हटा ली थी, जैसे अब जीवन रक्षक दवा खरीदने पर लगी पाबंदी को हटाने का फैसला किया है।