जम्मू कश्मीर: चिदंबरम ने जम्मू कश्मीर के राज्यपाल पर खड़ा किया गंभीर सवाल
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर में जिस तरह से बीती रात सियासी ड्रामा हुआ, उसके बाद एक बार फिर से विपक्ष केंद्र सरकार पर निशाना साध रहा है। पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने जम्मू कश्मीर के राज्यपाल पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि जबतक प्रदेश में कोई भी सरकार बनाने का दावा पेश नहीं कर रहा था, राज्यपाल खुश थे और उन्होंने विधानसभा को संदेह में रखा। लेकिन जैसे ही किसी ने दावा पेश किया उन्होंने विधानसभा को भंग कर दिया। चिदंबरम ने कहा कि संसदीय लोकत्रंत के साथ खिलवाड़ हो रहा है।
गुजरात मॉडल
चिदंबरम ने आरबीआई विवाद और नोटबंदी का जिक्र करते हुए कहा कि जैसा कि इन तमाम मसलों में किया गया है, वैसे ही जम्मू कश्मीर में भी किया गया है। यहां गुजरात मॉडल को अपनाया गया और राज्यपाल को यह सब करने के लिए कहा गया। गौरतलब है कि बुधवार को महज 15 मिनट के भीतर जम्मू कश्मीर की विधानसभा को राज्यपाल ने भंग कर दिया था। यह सब ऐसे समय में हुआ जब महबूबा मुफ्ती ने 50 से अधिक विधायको के समर्थन होने का दावा पेश किया था।
भाजपा ने पीडीपी पर बोला हमला
एक तरफ जहां कांग्रेस जम्मू कश्मीर के राज्यपाल पर निशाना साधते हुए केंद्र सरकार पर हमला बोल रही है कि उसके इशारे पर यह पूरा सियासी ड्राम किया गया है, तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा कांग्रेस, एनसी और पीडीपी पर हमला बोल रही है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने कहा कि पीडीपी और एनसी ने जम्मू कश्मीर में निकाय चुनाव का बहिष्कार किया था, क्योंकि उन्हें सीमा पार से निर्देश मिला था। इस बार उन्हें फिर से ताजा निर्देश मिला है कि वह साथ मिलकर सरकार बनाएं, यही वजह है कि राज्यपाल को फिर से इस पूरे विषय की समीक्षा करनी पड़ी।
बहाना बना रही हैं मुफ्ती
वहीं जिस तरह से राजभवन की फैक्स मशीन पर सवाल खड़ा हो रहा है उसपर राम माधव ने कहा कि इसका जवाब सिर्फ राजभवन दे सकता है कि आखिर क्यों फैक्स मशीन काम नहीं कर रही थी। इसका जवाब सिर्फ राज्यपाल को देना चाहिए। लेकिन महबूबा मुफ्ती का सिर्फ इसे लेकर विवाद खड़ा करना सिर्फ बहाना है। उन्होंने जो पत्र लिखा था उसमे कहीं यह नहीं कहा था कि वह सरकार बनाएंगी, उन्होंने कहा था कि वह आएंगी और दावा पेश करेंगी।
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