शरद का 'शर्मनाक' बयान: सिर्फ मक्कारों, बेईमानों और बड़े लोगों को मिलता है पद्म पुरस्कार
नयी दिल्ली (ब्यूरो)। अपने-अपने फन में माहिर लोगों को सरकार चुनकर उन्हें विशिष्ट नागरिक सम्मान (पद्म पुरस्कार) से सम्मानित किया जाता है। मगर इस बार यह पुरस्कार विवादों में आ गया है। यह विवाद जेडीयू अध्यक्ष शरद यादव के बयान से पैदा हुआ है।
अपने विवादास्पद बयानों को लेकर अकसर चर्चा में रहने वाले शरद यादव ने पद्म सम्मान पर हमला बोलते हुए कहा है कि 'यह सिर्फ मक्कारों, बेईमानों और बड़े लोगों को मिलता है'। उन्होंने अपनी बात को साबित करने के लिए कहा कि अबतक इस पुरस्कार के लिए गरीबों और आदिवासियों के बीच में से क्यों नहीं किसी को चुना गया।
आपको बताते चलें कि शरद यादव ने अभी कुछ दिन पहले सांवली सूरत पर भी सवाल उठाया था। राज्य सभा में बीमा बिल पर चर्चा के दौरान शरद यादव ने अचानक से साउथ की महिलाओं का जिक्र छेड़ दिया था।
उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा था कि साउथ की महिलाओं का रंग तो सांवला होता है लेकिन उनकी बॉडी तो काफी खूबसूरत होती है। वहीं दूसरी तरफ कुछ दिनों पहले लेखक सलीम खान ने पद्म श्री सम्मान से लेने से इंकार कर दिया था। उन्होंने कहा था कि उनकी हस्ती पद्मश्री से बड़ी है।