आईएनएस विक्रमादित्य पर पीएम मोदी और हुआ रूस, अमेरिका और यूरोप का जिक्र
कोच्चि। मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोच्चि, केरल में डेप्लॉयड सबसे बड़े एयरक्राफ्ट कैरियर विक्रमादित्य पर मौजूद थे। पीएम मोदी ने इस दौरान न सिर्फ एक इतिहास रचा बल्कि कई अहम मुद्दों पर भी बात की। पीएम मोदी ने सैनिकों से मुलाकात की और उनका मनोबल भी बढ़ाया।
पीएम ने आईएनएस विक्रमादित्य से देश और दुनिया को साफ-साफ संदेश दिया कि भारत का पड़ोस काफी मुश्किल है। भारत चिंताओं को समझते हुए ही चीन और पाकिस्तान के साथ संबंधों की बारिकियों को समझकर आगे बढ़ रहा है।
इस दौरान पीएम मोदी ने अमेरिका और भारत के मजबूत होते रिश्तों के बारे में भी बात की। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि भारत की परिस्थितियां बदल रही हैं और इन बदली हुई परिस्थितियों की वजह से अब यूरोप में भी भारत की धमक नजर आने लगी है।
पीएम मोदी ने पद संभालने के बाद जून 2014 में आईएनएस विक्रमादित्य को इंडियन नेवी को सौंपा था। आगे की स्लाइड्स में पढ़िए पीएम मोदी ने इस सबसे बड़े कैरियर के अमेरिका और रूस के साथ देश के रिश्तों पर क्या कहा।
दुनिया के कई देश कर रहे हैं भारत से संपर्क
पीएम मोदी मोदी ने कहा है कि भारत के पास एक 'कठिन पड़ोस' है। उन्होंने कहा कि कई देशों ने आतंकवाद और चरमपंथ के विरोध के लिए भारत से संपर्क किया है। इनमें इस्लामी जगत के देश भी शामिल' हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक पीएम मोदी का इशारा इस बयान के साथ आईएसआईएस की ओर था।
टिकी हैं दुनिया की नजरें
तीनों सेनाओं के कमांडरों के संयुक्त सम्मेलन में मोदी ने कहा कि भारत को विश्व अर्थव्यवस्था में एक नए चमकते बिंदु के रूप में देखा जा रहा है। साथ ही भारत क्षेत्रीय और वैश्विक शांति, सुरक्षा और स्थायित्व के लिए भी आशा भरी निगाहों से देखा जा रहा है।
बताया रणनीतिक साझीदार
पीएम मोदी ने यहां पर अमेरिका और भारत के बीच मजबूत होते रिश्तों के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि अमेरिका, भारत का एक अहम रणनीतिक साझीदार है। अमेरिका के साथ रिश्ते भारत के लिए काफी अहम हैं।
भारत का सुनहरा भविष्य
पीएम मोदी ने यहां पर भारत के सबसे पुराने और अहम साथी रूस का भी जिक्र किया। पीएम ने कहा रूस, भारत का एक अहम साथी है। देश की ताकत है और प्रेरणा का एक महान स्त्रोत है। रूस के साथ भारत के संबंधों पर कभी कोई असर नहीं पड़ने दिया जाएगा। पीएम ने इसके साथ ही रूस को भारत का एक सुनहरा भविष्य भी करार दिया।
भारत सुरक्षा और स्थायीत्व का प्रतीक
पीएम मोदी ने कहा कि यूरोप के साथ भारत की साझीदारी और गहरी हुई है। पूरी दुनिया में अब भारत को न सिर्फ एक वैश्विक अर्थव्यवस्था के तौर पर देखा जा रहा है बल्कि भारत को क्षेत्रीय शांति, स्थायीत्व और सुरक्षा के प्रतीक के तौर पर भी देखा जा रहा है।
सभी पड़ोसियों से रिश्ते हों अच्छे
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे भविष्य और विश्व में हमारे स्थान के लिए सबसे महत्वपूर्ण हमारा पड़ोस है। लेकिन, हमारे पास एक कठिन पड़ोस है, तमाम सुरक्षा चुनौतियों से भरा हुआ। उन्होंने कहा कि हम पाकिस्तान से संपर्क बढ़ाकर इतिहास की धारा को मोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। आतंकवाद को खत्म करने, शांतिपूर्ण संबंध बनाने और क्षेत्र में सहयोग-शांति बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं।
एनएसए करेंगे बातचीत
पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच शांति रहे इसके लिए दोनों देशों के रष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार यानी एनएसए आमने-सामने बात करेंगे। साथ ही हम कभी भी अपनी सुरक्षा की अनदेखी नहीं करेंगे।
क्यों हो रहे हैं चीन से संबंध अच्छे
इस दौरान पीएम मोदी ने चीन का भी जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा कि आर्थिक भागीदारी के पूरे फायदे के लिए चीन से 'नजदीकी संबंधों' की कोशिशें जारी हैं। आपको बता दें कि हाल ही में जापान के पीएम भारत आए थे और इस बात से चीन काफी खफा है।
मिलेगा एक्स सर्विसमेन को प्रशिक्षण
वन रैंक वन पेंशन (ओआरओपी) मामले में पूर्व सैनिकों की चिंताओं से सहमति जताते हुए पीएम मोदी ने मंगलवार को कहा कि वह समझ सकते हैं कि जब अफसर को प्रमोशन नहीं मिलेगा, तो उसे कैसा लगता होगा। मोदी ने कहा कि सरकार रिटायर्ड सैनिकों को ट्रेनिंग भी देगी। उनके लिए अवसर उपलब्ध कराएगी, ताकि वे रिटायरमेंट के बाद भी गर्व से देश की सेवा कर सकें।