J&K: फैक्स मशीन के सवाल पर गवर्नर ने कहा-अरे कल ईद थी, मुझे दिन भर खाना नहीं मिला
जम्मू। बुधवार रात जिस तरह से जम्मू-कश्मीर में उलट पुलट हुआ है उससे केवल विपक्ष ही नहीं बल्कि आम लोग भी हैरान है, कल महज 15 मिनट के भीतर जम्मू कश्मीर की विधानसभा को राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने भंग कर दिया था। यह सब ऐसे समय में हुआ जब महबूबा मुफ्ती ने 50 से अधिक विधायकों के समर्थन होने का दावा पेश किया था। जिसके बाद सियासी तूफान आ गया, आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है लेकिन इस पूरे प्रकरण में अहम किरदार है जिसका नाम है 'फैक्स मशीन' जो कि कल अचानक से खराब हो गई थी।
महबूबा ने सोशल मीडिया के जरिए सरकार बनाने का दावा पेश किया था
बुधवार को भारतीय राजनीति में शायद यह पहली बार हुआ है जब किसी पार्टी ने सोशल मीडिया के जरिए सरकार बनाने का दावा पेश किया था, दरअसल जम्मू-कश्मीर में पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने सरकार बनाने का दावा बुधवार रात टि्वटर के जरिए किया था, मुफ्ती ने पहले राज्यपाल को फैक्स के जरिए दावा सौंपने की कोशिश की, लेकिन उनका फैक्स राजभवन तक नहीं पहुंच पाया।
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फैक्स मशीन खराब: महबूूूबा का ट्वीट
इसके बाद मुफ्ती ने वह लेटर ट्वीट करते हुए कहा कि यह लेटर राजभवन फैक्स करने की कोशिश की गई लेकिन हैरान करने वाली बात है कि राजभवन तक फैक्स नहीं पहुंचा, फिर राज्यपाल से फोन पर बात करने की कोशिश की लेकिन फोन पर भी उनसे संपर्क नहीं हो पाया।
राज्यपाल ने विधानसभा भंग कर दी
इस ट्वीट में राज्यपाल को टैग करते हुए उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि आप इस पर संज्ञान लेंगे लेकिन दावा पेश करने के कुछ ही देर बाद राज्यपाल ने विधानसभा ही भंग कर दी।
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'अरे कल ईद थी, मुझे दिन भर खाना नहीं मिला'
आज इस मसले पर राज्यपाल ने मीडिया में सफाई दी है, उन्होंने फैक्स मशीन के सवाल पर कहा कि कल ईद का मौका था, सभी मुसलमान जानते हैं कि कल छुट्टी थी, सारे ऑफिस बंद थे, मेरा रसोइया तक छुट्टी पर था, मुझे तो ईद के दिन खाना ही नहीं मिला, आप लोग फैक्स मशीन को चलाने वाले की बात छोड़ दीजिए अगर मुझे फैक्स मिल भी जाता तो मैं यही फैसला लेता, जो मैंने लिया है।
'ये गठबंधन अपवित्र था, मुझे खरीद-फरोख्त की शिकायत मिली थी'
मालूम हो कि राज्यपाल ने कहा कि मुझे पिछले 15 दिनों से विधायकों की खरीद फरोख्त की शिकायत मिल रही थीं, मैं अपनी नियुक्ति के पहले दिन से कह रहा हूं राज्य में किसी भी तरह के हार्स ट्रेडिंग से सरकार नहीं बनने नहीं देंगे इसलिए खरीद फरोख्त को खत्म करने के लिए ही मैंने विधानसभा को भंग करने का फैसला लिया।
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