Omicron Variant: जोखिम वाले देशों से आए 16 हजार यात्रियों का हुआ टेस्ट, 18 सैंपल मिले पॉजिटिव
नई दिल्ली, 3 दिसंबर: पूरी दुनिया कोरोना के ओमिक्रोन वेरिएंट को लेकर टेंशन में है। भारत में भी गुरुवार को दो मामलों का पता चला। जिसके बाद शुक्रवार को संसद में इसका मुद्दा उठा। इस पर स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बताया कि जोखिम वाले देशों से आए 16 हजार यात्रियों का आरटी-पीसीआर टेस्ट किया गया है। जिसमें से 18 के सैंपल पॉजिटिव पाए गए। अब उनमें ओमिक्रोन वेरिएंट का पता लगाने के लिए सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग की जा रही है।
लोकसभा में कोरोना पर जवाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने आगे कहा कि केंद्र सरकार ने देश को भविष्य की किसी भी चुनौती के लिए तैयार करने के उपाय किए हैं। साथ ही बफर स्टॉक नीति को अपनाया, ताकि ये सुनिश्चित किया जा सके कि सभी राज्यों के पास महामारी से निपटने के लिए पर्याप्त दवाएं हों। इसके अलावा बच्चों की वैक्सीन और वयस्कों की बूस्टर डोज का फैसला वैज्ञानिकों की सलाह पर लिया जाएगा। उन्होंने विपक्षी दलों से वैज्ञानिकों पर भरोसा रखने की अपील की।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि देश में कोरोना के 3.46 करोड़ मामले सामने आए हैं, जिसमें से अब तक 4.6 लाख मरीजों की मौत हुई। इसके अलावा भारत में प्रति मिलियन जनसंख्या पर 25,000 मामले और 340 मौतें दर्ज की गईं, जो दुनिया में सबसे कम है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार कमजोर स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए काम कर रही है। पिछली सरकारों ने बुनियादी ढांचे की अनदेखी की, जिसका परिणाम जनता को भुगतना पड़ा। पिछले 2 वर्षों में पीएम मोदी के नेतृत्व में निर्णय दिखाता है कि ये सरकार इच्छाशक्ति के साथ काम करती है।
क्या ओमिक्रोन लेकर आएगा भारत में कोरोना की तीसरी लहर? स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिया ये जवाब
सिर्फ
पंजाब
ने
दिया
आंकड़ा
वहीं
केंद्र
की
ओर
से
सभी
राज्यों
से
ऑक्सीजन
की
कमी
से
हुई
मौत
के
आंकड़े
मांगे
गए
थे।
जिस
पर
19
राज्यों
ने
जवाब
दिया।
स्वास्थ्य
मंत्री
ने
संसद
में
बताया
कि
सिर्फ
पंजाब
ने
ऑक्सीजन
की
कमी
से
4
मौत
की
बात
कही
है।