NTGAI ने बूस्टर डोज के लिए समय अंतराल को 6 महीने करने का दिया सुझाव
नई दिल्ली, 17 जून। भारत सरकार को सुझाव देने वाली नेशनल टेक्निकल एडवायजरी ग्रुप ऑन इम्युनाइजेशन के पैनल स्टैंडिंग टेक्निकल सब कमेटी ने सुझाव दिया है कि कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज और बूस्टर डोज के बीच के अंतराम को कम किया जाए। पैनल ने सुझाव दिया है कि इसे 9 महीने से घटाकर 6 महीने किया जाए। जो भी व्यक्ति 18 साल से ऊपर का है उसे दूसरी वैक्सीन की डोज के बाद बूस्टर डोज 6 महीने के बाद दी जाए। सूत्रों के अनुसार एनटीएजीआई इस मामले पर 29 जून को अंतिम फैसला ले सकता है।
इसे पहले भारत सरकार ने बूस्टर डोज की अवधि को 90 दिन कर दिया था। यह सिर्फ विदेश यात्रा करने वाले नागरिकों के लिए किया गया था, ऐसे व्यक्ति जो कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लगवा चुके हैं वह 90 दिन के बात बूस्टर डोज लगवा सकते हैं। विशेषज्ञों की इस बात को लेकर अलग-अलग राय है कि दूसरी डोज के बाद बूस्टर डोज कितने समय के बाद देना चाहिए। बहुत की कम संख्या में लोगों ने बूस्टर डोज का समर्थन किया। दरअसल पिछले कुछ समय से देश मे एक बार फिर से कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है। बुधवार को देश में कोरोना के 8641 मामले सामने आए जबकि गुरुवार को तकरीबन 12 हजार नए मामले सामने आए। भारत में सक्रिय मामले तकरीबन 60 हजार तक पहुंच चुके हैं।
गौर करने वाली बात है कि देश में एक बार फिर से कोरोना के नए मामलों में बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही। स्वास्थ्य मंत्रालय ने जो आंकड़ा जारी किया है उसके अनुसार गुरुवार को देश में कोरोना के 12847 नए मामले सामने आए हैं जबकि 14 लोगों की कोरोना से जान चली गई है। इसके साथ ही देश में एक्टिव केस अभी भी 63063 हैं। वहीं दैनिक पॉजिटिविटी दर 2.47 फीसदी हो गई है।