अब रेलवे अफसरों की पत्नियां नहीं कर पाएंगी फिजूलखर्च, रेलवे ने लगाई रोक
नई दिल्ली। रेलवे ने अफसरों की फिजूलखर्ची पर रोक लगाने के बाद उनकी पत्नियों के खर्च पर भी रोक लगा दी है। रेलवे के अधिकारियों की पत्नियों के महिला कल्याण संगठन को स्पष्ट कहा गया है कि वो दिखावा ना करे और फिजूलखर्ची कम करें। इतना ही नहीं रेलवे की ओर से यह भी कहा गया हैकि संगठन की ओर से की जा रही किसी भी बैठक के बाज जलपान या कोई पार्टी हो तो उसका खर्च भी सदस्यों की ओर से इकट्ठा की गई राशि में से अदा किया जाए। इसके साथ ही भी सख्त हिदायत दी गई है कि सेवानिवृत्ति के अलावा किसी अन्य तरह की विदाई पार्टियों पर पैसा ना खर्च किया जाए। यह अडवाइजरी रेल महिला कल्याण संगठन की अध्यक्ष और रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्विनी लोहानी की पत्नी अरुणिमा लोहानी की ओर से जारी की गई है। बता दें कि रेलवे के अफसरों की पत्नियों का यह संगठन कई कल्याणकारी काम करता है।
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन की पत्नी इसकी संगठन की अध्यक्ष होती हैं। इसी के साथ ही जोनल और डीआरएम लेवल पर भी रेलवे महिला कल्याण संगठन की अध्यक्ष अफसरों की पत्नियां होती हैं। बीते दिनों पदभार संभालने के बाद अश्विनी लोहानी ने यह सख्त आदेश दिए हैं कि गुलदस्तों पर बेवजह खर्च ना किया जाए। इसके साथ ही अफसरों को गिफ्ट दिए जाने का चलन भी बंद करने को कहा है। लोहानी ने उस आदेश को भी वापस ले लिया है, जिसमें कहा गया था कि रेलवे बोर्ड के चेयमैन के पहुंचने पर जोनल जनरल मैनेजर का मौजूद होना आवश्यक होता था।
इसके बाद अरुणिमा की ओर से जारी अडवाइजरी में कहा गया है कि रेलवे महिला कल्याण संगठन कीबैठक में साज सज्जा ना की जाए और संगठन के कोषसे किसी भी तरह का स्मृति चिन्ह और तोहफा ना दिया जाए। वहीं अगर किसी बैठक के बाद जलपान या चाय नाश्ता किया जाए तो वो भी संगठन की राशि में से की जाए। अडवाइजरी में लोहानी की पत्नी ने कहा है कि विदाई कार्यक्रम उसी वक्त कराया जाए जब कोई सेवानिवृत्त हो, जिसमें भी मात्र 2,000 रुपए ही खर्च किए जाए।