यूपी पुलिस एडीजी: राम लला के दर्शन के लिए आ रहे हैं श्रद्धालु, स्थिति पूरी तरह नियंत्रित
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट आज अयोध्या की विवादित जमीन पर अपना फैसला सुनाएगा। जिससे दशकों से चला आ रहा ये मामला आज समाप्त हो जाएगा। इस मामले पर मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच जजों की बेंच सुबह 10:30 बजे अपना फैसला सुनाएगी। अयोध्या में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
इस मामले पर उत्तर प्रदेश पुलिस के एडीजी आशुतोष पांडे का कहना है कि श्रद्धालु श्री राम लला के दर्शन के लिए आ रहे हैं। मंदिर जाने पर कोई प्रतिबंध नहीं है। साथ ही सभी बाजार भी खुले हुए हैं। स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। एडीजी ने आगे कहा कि सुरक्षा के लिए यहां बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है।
एजीडी ने बताया कि अर्धसैनिक बल, आरपीएफ और पीएसी की 60 कंपनियां और 1200 पुलिस कांस्टेबल, 250 सब-इंस्पेक्टर, 20 उप-एसपी और 2 एसपी तैनात हैं। सुरक्षा निगरानी के लिए डबल लेयर बैरिकेडिंग, पब्लिक एड्रेस सिस्टम, 35 सीसीटीवी और 10 ड्रोन भी तैनात किए गए हैं।
बता दें अयोध्या मामले पर शनिवार सुबह 10:30 बजे ऐतिहासिक फैसला सुनाया जाएगा। शुक्रवार शाम तक इस बात का किसी को भी नहीं पता था कि फैसला शनिवार को आएगा। इससे पहले बस इतना माना जा रहा था कि फैसला सीजेआई रंजन गोगोई के 17 नवंबर को सेवानिवृत होने से पहले आएगा।
सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच जजों की बेंच ने 40 दिनों तक मामले पर सुनवाई करने के बाद 16 अक्टूबर को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। अयोध्य पर हुई सुनवाई सबसे लंबी चलने के मामले में दूसरे नंबर पर है। इससे पहले केशवानंद भारती मामले की सुनवाई 68 दिनों तक चली थी। अयोध्य पर फैसला लेने वाली बेंच में गोगोई के अलावा जस्टिस एसए बोबडे, डीवाई चंद्रचूड़, अशोक भूषण और अब्दुल नजीर हैं।
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