टॉम वडक्कन के बीजेपी में शामिल होने पर बोले राहुल गांधी- वो बड़े नेता नहीं हैं
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता टॉम वडक्कन भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। गुरुवार को केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद की मौजूदगी में वडक्कन बीजेपी में शामिल हो गए। उनके बीजेपी में जाने को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से जब प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने कहा, "वडक्कन? नहीं, नहीं वडक्कन बड़े नेता नहीं हैं।" राहुल गांधी शुक्रवार को रायपुर दौरे पर हैं, जहां उन्होंने टॉम वडक्कन को लेकर पूछे गए सवाल पर अपनी बात रखी।
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रायपुर में राहुल गांधी बोले- वडक्कन, बड़े नेता नहीं हैं
टॉम वडक्कन को यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी का करीबी माना जाता था। हालांकि गुरुवार को उन्होंने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया। उनका पार्टी छोड़ बीजेपी में शामिल होना कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। हालांकि राहुल गांधी इससे इनकार किया है। रायपुर में वडक्कन को लेकर उनसे सवाल किया गया तो, कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, "वडक्कन, बड़े नेता नहीं हैं।" हालांकि कांग्रेस पार्टी ने टॉम वडक्कन के बीजेपी में शामिल होने पर गुरुवार को कहा, "'उन्हें हमारी शुभकामनाएं। उनके जाने का दुख है। आशा है कि वहां उनकी आकांक्षाएं पूरी होंगी।"
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रविशंकर प्रसाद की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल हुए टॉम वडक्कन
गुरुवार को बीजेपी में शामिल होने के बाद टॉम वडक्कन ने कहा, "खराब नीतियों के कारण मैंने कांग्रेस छोड़ने का फैसला किया। पाकिस्तान पर कांग्रेस का रूख देशहित में नहीं है। पुलवामा हमले पर पार्टी के सवालों से वो आहत हुए। कांग्रेस का स्टैंड इस मामले पर देशहित में नहीं था और इसलिए देशहित में उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला लिया।
क्यों छोड़ी थी कांग्रेस, वडक्कन ने बताई ये वजह
टॉम वडक्कन ने आगे कहा कि वो 20 साल तक पार्टी की सेवा करते रहे लेकिन अब यूज एंड थ्रो की नीति पार्टी में शुरू हो गई है। अगर कोई राजनीतिक पार्टी ऐसा कदम उठाती है जो देश के खिलाफ है तो मेरे पास पार्टी छोड़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा। बता दें कि टॉम वडक्कन केरल में कांग्रेस के बड़े नेता रहे हैं। वह कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रह चुके हैं। इसके अलावा वडक्कन अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव, एआईसीसी शिकायत निवारण समिति के प्रमुख भी रह चुके हैं। उनकी केरल में अच्छी पकड़ मानी जाती है।
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