गीतिका शर्मा के भाई बोले, 'अगर गोपाल कांडा जैसे लोग सत्ता में आए तो हम न्याय के लिए कहां जाएंगे'?
चंडीगढ़। गीतिका शर्मा के भाई ने हरियाणा की लोकहित पार्टी के नेता गोपाल कांडा से हाथ मिलाने को लेकर बीजेपी की आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि गोपाल कांडा सत्ता में आए तो हम न्याय के लिए कहां जाएंगे। बता दें गीतिका शर्मा वही हैं, जिन्होंने साल 2012 में आत्महत्या कर ली थी।
उन्होंने अपने सुसाइड नोट में लिखा था कि हरियाणा के तत्कालीन विधायक गोपाल गोयल कांडा ने उन्हें इसके लिए उकसाया है।
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गीतिका के भाई अंकित शर्मा ने टेलिवीजन चैनल को दिए साक्षात्यार में कहा है, 'अगर लोग गोपाल कांडा जैसे लोगों को निर्वाचन क्षेत्र चलाने की अनुमति दे देंगे, तो हम इंसाफ के लिए कहां जाएंगे? हरियाणा में हमारे उस नारे का क्या- बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ- अगर हम एक गुंडे को महिलाओं की जिम्मेदारी देंगे?'
गुरुवार को जब हरियाणा विधानसभा के नतीजे सामने आए तो पता चला कि बीजेपी को बहुमत (46) से 6 सीट कम मिली हैं। ऐसे में ये खबरें आईं कि पार्टी के वरिष्ठ नेता समर्थन के लिए कांडा से बातचीत कर रहे हैं। व्यापारी से बिजनेसमैन बने कांडा ने बीजेपी को बिना शर्त समर्थन देने की बात कही है।
'हम किस तरह के देश हैं?'
गीतिका के भाई ने शुक्रवार को कहा कि अगर एक अपराध करने वाले को राज्य सरकार बनाने की अनुमति मिल जाए, तो पीड़ित के परिवार के लिए यह बहुत ही घातक होगा। उन्होंने कहा, 'यह एक ऐसे परिवार के लिए बहुत निराशाजनक है, जिसने अपने दो सदस्यों को किसी की शक्ति और पद के कारण खो दिया।
मैं सिर्फ पूछना चाहता हूं, क्या हम वास्तव में अपराधी से सरकार बनाने के लिए समर्थन मांग रहे हैं? मैंने सात साल पहले अपनी बहन और अपनी मां को खो दिया था और यह दुख अभी भी जारी है। हम किस तरह के देश हैं? कृपया किसी ऐसे व्यक्ति से समर्थन न मांगें जो आपराधिक गतिविधियों में शामिल है।'
गीतिका कांडा की एयरलाइंस में एयर होस्टेस थीं
बता दें जब कांडा का रियल एस्टेट का कारोबार देश के कई शहरों तक फैल गया तो उन्होंने गुड़गांव से एमडीएलआर एयरलाइंस की शुरुआत की। इस एयरलाइंस का नाम उन्होंने अपने पिता के नाम मुरलीधर लेखा राम पर रखा था। हालांकि एयरलाइंस का काम साल 2009 में बंद हो गया था। इसके बाद से कांडा राजनीति के एक मुख्य चेहरे बन गए। वह हरियाणा में कांग्रेस शासित सरकार में गृह मंत्री बने थे, बाद में वह शहरी निकाय, वाणिज्य और उद्योग मंत्री भी बने। 2012 में गीतिका शर्मा मामले के सामने आने के बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था। गीतिका उनकी एयरलाइंस में ही एयर होस्टेस थीं। जिन्होंने आत्महत्या कर ली थी।
सुसाइड नोट में कांडा पर लगाया प्रताड़ना का आरोप
23 साल की गितिका ने अपने सुसाइड नोट में कहा था कि उन्हें कांडा ने प्रताड़ित किया है, जिससे परेशान होकर वो ये कदम उठा रही हैं। उन्होंने कांडा के साथ-साथ उनके एक साथी पर भी आरोप लगाया था। गीतिका की मौत के कुछ महीनों बाद ही उनकी मां अनुराधा ने भी आत्महत्या कर ली थी। वह अपनी बेटी की मौत का गम बर्दाश नहीं कर पाई थीं। इसके बाद कांडा को गिरफ्तार भी किया गया था लेकिन वह साल 2014 में ही जेल से बाहर भी आ गए। जेल से रिहा होने के बाद उन्होंने लोकहित पार्टी की स्थापना की। उन्होंने साल 2014 में चुनाव भी लड़ा था लेकिन वह हार गए थे।
फिलहाल वह अपनी ही पार्टी के टिकट पर राज्य के सिरसा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव जीते हैं। उनके खिलाफ आपराधिक मामला नई दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में लंबित है।
ओडिशा
में
आरबीआई
के
महाप्रबंधक
ने
होटल
में
आत्महत्या
की:
पुलिस