2019 से पहले लोकसभा चुनाव को लेकर शाह का बड़ा बयान
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्र में सत्ता संभालने के बाद लगातार कई मौकों पर एक राष्ट्र एक चुनाव की वकालत की और इस बाबत तमाम विपक्षी दलों को साथ आने को कहा था। ऐसे में कयास लगाए जा रहे थे कि इस बार लोकसभा चुनाव 2019 से पहले हो सकते हैं। लेकिन इन संभावनाओं को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने खारिज कर दिया है। शाह से जब पूछा गया कि क्या भाजपा का नेतृत्व 2019 से पहले लोकसभा चुनाव कराने पर विचार कर रहा है तो अमित शाह ने इससे साफ इनकार कर दिया।
एक साथ नहीं होगा चुनाव
आपको बता दें कि आगामी लोकसभा चुनाव 2019 में होना है, ऐसे में इस तरह की संभावनाएं खड़ी हो रही थी कि कई अन्य राज्यों के साथ मिलकर लोकसभा के चुनानव भी समय से पहले हो सकते हैं। कयास लगाए जा रहे थे के राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ के साथ लोकसभा के चुनाव इसी वर्ष हो सकते हैं। इस संभावना को इसलिए भी अधिक मजबूती मिल रही थी क्योंकि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई मौकों पर एक साथ चुनाव की वकालत कर रहे थे।
आज दल राजी हो तो कल लागू किया जा सकता है
अमित शाह ने एक साक्षात्कार में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने देश के सामने एक सुझाव आगे रखा है। यह मुद्दा समय के साथ आगे बढ़ेगा। इस बाबत प्रधानमंत्री ने अलग-अलग चर्चा और सुझाव का स्वागत किया है। यह मुद्दा आगे बढ़ सकता है अगरग तमाम दल इसे अपना समर्थन दे। चुनाव आयोग ने भी इस सुझाव को सुना है, ऐसे इस मामले में सहमति बनने के बाद इसे आगे बढ़ाया जा सकता है। शाह ने कहा कि अगर सभी राजनीतिक दल एकजुट हो जाते हैं, तो इसे कल भी लागू किया जा सकता है। लेकिन यह सिर्फ संसद में हो सकता है, यह गोपनीय तरीके से नहीं हो सकता है।
दिल्ली का रास्ता लखनऊ होकर जाएगा
वहीं कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत का भरोसा जताते हुए शाह ने कहा कि प्रदेश में खंडित जनादेश नहीं आएगा और हमे पूर्ण बहुमत हासिल होगा, भाजपा आसानी से पूर्ण बहुमत की सरकार प्रदेश में बनाएगी। शाह ने यूपी में सपा-बसपा के साथ आने पर कहा कि हमे रत्ती भर भी इसका भय नहीं है, हम 50 फीसदी से अधिक वोट हासिल करने की ओर अपना लक्ष्य बढ़ा रहे हैं और इसे हासिल भी करेंगे। इस बार भी दिल्ली का रास्ता लखनऊ होकर जाएगा। गौरतलब है कि कर्नाटक में 12 मई को विधानसभा चुनाव होने हैं, जबकि 15 मई को चुनाव के नतीजे आएंगे।