तो क्या महागठबंधन टूटने से पहले नीतीश के विधायकों को तोड़ रहे थे लालू
नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद के बारे में दिया बड़ा बयान, बोले सरकार गिरने से पहले विधायक तोड़ने में लगे हुए थे लालू
नई दिल्ली। बिहार में जिस तरह से लालू और नीतीश के बीच संबंधों में खटास आई उसका परिणाम यह हुआ कि 20 महीनों तक चली महागठबंधन की सरकार यहां गिर गई और नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ मिलकर दोबारा सरकार बनाई। लेकिन भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाने के बाद नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव के बीच संबंध किस हद तक बिगड़ चुके थे यह बात अब खुलकर सामने आने लगी है। एक तरफ जहां लालू ने नीतीश पर तमाम आरोप लगाए हैं तो दूसरी तरफ नीतीश कुमार ने भी लालू यादव पर बड़ा निशाना साधा है।
नीतीश कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि लालू उनके विधायकों को तोड़ने की कोशिश कर रहे थे, महागठबंधन टूटने के 15 दिन पहले लालू उनके विधायकों को तरह-तरह के प्रलोभन दे रहे थे और उन्हें तोड़ने की कोशिशों में जुटे थे। उन्होंने कहा कि क्या उस समय हम महागठबंधन के लिए अपनी पार्टी को डुबो देते। नीतीश कुमार के इस सनसनीखेज आरोप का राजद की ओर से कोई जवाब नहीं आया है। लेकिन इस बात का तमाम राजनीतिक जानकारों को अंदाजा था कि लालू अपने प्रभाव से जदयू को दो गुट में बांटने में सफल हो सकते थे। उनका मानना है कि जिस तरह से नीतीश कुमार ने कुशल राजनीतिक दांव खेला उसने लालू को चारो खाने चित कर दिया है।
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नीतीश कुमार पहले भी एक कार्यक्रम के दौरान यह बात कह चुके हैं कि लालू यादव और तेजस्वी यादव कैसे यह बात सार्वजनिक मंच पर कह सकते हैं कि उन्होंने मुझे मुख्यमंत्री बनाया या वही मुख्यमंत्री बने रहेंगे। यह अपमान की बात है। नीतीश ने कई बार लालू के करीबी लोगों को सामने अपनी यह नाराजगी भी जाहिर की थी।