पाकिस्तान के डिप्लोमैट्स NIA की वॉन्टेड लिस्ट में, रच रहे थे इजरायल और अमेरिका के दूतावास पर आतंकी हमले की साजिश
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने एक पाकिस्तानी राजनयिक को अपनी वॉन्टेड लिस्ट में शामिल किया है। एनआईए ने इसकी फोटोग्राफ भी जारी की है और साथ ही इससे जुड़ी जानकारियां भी मांगी है। न्यूज एजेंसी एएनआई की ओर से बताया गया है कि इस डिप्लोमैट का नाम आमिर जुबैर सिद्दीकी है।
नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने एक पाकिस्तानी राजनयिक को अपनी वॉन्टेड लिस्ट में शामिल किया है। एनआईए ने इसकी फोटोग्राफ भी जारी की है और साथ ही इससे जुड़ी जानकारियां भी मांगी है। न्यूज एजेंसी एएनआई की ओर से बताया गया है कि इस डिप्लोमैट का नाम आमिर जुबैर सिद्दीकी है और यह इस समय श्रीलंका में पोस्टेड है। सिद्दीकी के अलावा दो और पाकिस्तानी ऑफिसर्स के नाम एनआईए की वॉन्टेड लिस्ट में हैं। पाकिस्तान के इन तीनों डिप्लोमैट्स पर आरोप है इन्होंने अमेरिका और इजरायल के दूतावासों पर 26/11 जैसे आतंकी हमलों की साजिश रची थी।
कोलंबो में है पाकिस्तान का 'बॉस'
एनआईए के मुताबिक सिद्दीकी इस समय श्रीलंका की राजधानी कोलंबो स्थित पाकिस्तान दूतावास में वीजा काउंसलर के तौर पर काम कर रहे हैं। एनआईए की वेबसाइट के मुताबिक पाकिस्तान के डिप्लोमैट सिद्दीकी को कोड नेम 'बॉस' है। सिद्दीकी और बाकी दो डिप्लोमैट्स दक्षिण भारत में आर्मी और नेवी की कमांड पर साल 2014 में आतंकी हमले की साजिश रच रहे थे। जांच एजेंसी की मानें तो सिद्दीकी के अलावा पाक हाई कमीशन का एक और ऑफिसर इस साजिश में शामिल था। एनआईए ने इनके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने के लिए इंटरपोल से अनुरोध किया है। फिलहाल ये ऑफिसर्स पाकिस्तान लौट चुके हैं। सिद्दीकी के अलावा तीन और ऑफिसर्स की पहचान अभी नहीं हो पाई है लेकिन माना जा रहा है कि वे पाकिस्तान की इंटेलीजेंस एजेंसी आईएसआई के ऑफिसर हैं। एक ऑफिसर का कोड नेम 'विनीत' था। सूत्रों की मानें तो यह पहला मौका है जब भारत ने पाकिस्तान के किसी डिप्लोमैट को वॉन्टेड लिस्ट में रखा है और उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की मांग की है।
कई लोगों को दी जानकारी इकट्ठा करने की जिम्मेदारी
एनआईए के मुताबिक पाकिस्तानी ऑफिसर्स ने कोलंबो में साल 2009 से 2016 के बीच अपने कार्यकाल के दौरान दक्षिण भारत में चेन्नई और अन्य स्थानों पर महत्वपूर्ण ठिकानों को निशाना बनाने की साजिश की थी। सिद्दीकी ने इसके लिए श्रीलंकाई नागरिक मुहम्मद साकिर हुसैन, अरुण सेल्वाराज, सिवबालन और तमीम अंसारी सहित कई अन्य लोगों को इसके लिए कॉन्टैक्ट दिया था। इन सभी लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।एआईए का दावा है कि सिद्दीकी और अन्य पाक अधिकारियों ने इन लोगों को कॉन्टैक्ट देने के बाद उन्हें सेनाओं से जुड़े प्रतिष्ठानों की जानकारी हासिल करने का काम सौंपा। साथ ही परमाणु संयंत्रों और आर्मी मूवमेंट से जुड़ी तस्वीरें भी खींच कर भेजने को कहा। एनआईए ने यह भी कहा है कि पाकिस्तानी अधिकारियों ने इन लोगों से भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के लैपटॉप चुराने और भारतीय बाजार में नकली नोट खपाने के भी कहा। उनकी साजिश चेन्नई में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास, बेंगलुरू में इजरायली वाणिज्य दूतावास, विशाखापट्टनम में ईस्टर्न नेवी कमांड और विभिन्न बंदरगाहों पर हमले को अंजाम देने की थी।