राष्ट्रपति पद की दौड़: इस नेता पर दांव खेलना चाहता है RSS
इसी सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जर्मनी दौरे पर जाने से पहले इस मामले पर चर्चा की गई थी। हालांकि, पीएम मोदी राष्ट्रपति के चुनाव में उम्र सीमा भी लागू करने का विचार कर रहे हैं।
नई दिल्ली। आरएसएस की तरफ से प्रस्ताव दिए जाने के बाद राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवारों की लिस्ट में मुरली मनोहर जोशी का नाम भी शामिल किया गया है। आपको बता दें कि 25 जुलाई को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होना है।
RSS के प्रस्ताव पर शामिल किए गए जोशी
इसके लिए मुरली मनोहर जोशी का नाम हाल ही में नई दिल्ली में आरएसएस के प्रमुख द्वारा भाजपा नेताओं को प्रस्तावित किया गया था। इसी सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जर्मनी दौरे पर जाने से पहले इस मामले पर चर्चा की गई थी। हालांकि, पीएम मोदी राष्ट्रपति के चुनाव में उम्र सीमा भी लागू करने का विचार कर रहे हैं।
ये है पीएम मोदी की प्लानिंग
भाजपा के नेताओं ने यह साफ कर दिया है कि कैबिनेट में मंत्रियों के आने से पहले उम्र को भी देखा जाएगा। पीएम मोदी भी ऐसा ही चाहते हैं और राष्ट्रपति चुनाव में भी वह ऐसा चाहते हैं। आरएसएस ने राष्ट्रपति पद के लिए लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी दोनों ही लोगों का नाम प्रस्तावित किया था। अगर पीएम मोदी को इनमें से किसी एक को चुनना हुआ तो अधिक संभावना है कि वह मुरली मनोहर जोशी को चुनेंगे, क्योंकि वह लाल कृष्ण आडवाणी से कम उम्र के हैं।
बाबरी केस में हैं आरोपी
वहीं लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी दोनो ही बाबरी मस्जिद विध्वंश केस में षड़यंत्र करने के आरोपों का सामना कर रहे हैं। हालांकि, कोई भी नियम या कानून उनको चुने जाने से नहीं रोक सकता है, क्योंकि लखनऊ में कोर्ट के द्वारा दोनों में से किसी को भी दोषी नहीं कहा है। हालांकि, भाजपा के बहुत से लोग न तो जोशी के पक्ष में हैं और न ही आडवाणी के। मोदी और उनके विश्वासपात्र लोग झारखंड के गवर्नर द्रौपदी मुर्मू का नाम राष्ट्रपति पद के लिए प्रस्तावित करना चाहते हैं।