पालघर लिंचिंग की घटना को शरद पवार ने बताया दुर्भाग्यपूर्ण, उद्धव ठाकरे से की बात
नई दिल्ली। महाराष्ट्र के पालघर में जिस तरह से दो साधुओं को चोर होने के शक में पीट-पीटकर मार डाला गया उसके बाद लगातार यह घटना चर्चा का विषय बनी हुई है। प्रदेश की सरकार और पुलिस पर सवाल खड़ा हो रहा है। इस बीच एनसीपी मुखिया शरद पवार ने इस घटना पर दुख जाहिर करते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि पालघर में जो भी हुआ वह नहीं होना चाहिए था। यह दुर्भाग्यपूर्ण है और इसकी निंदा होनी चाहिए। पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई की और 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार कर लिया है जो लोग उस रात इस घटना में शामिल थे। इस मामले में आगे की जांच की जा रही है।
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शरद पवार ने बताया कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से इस मसले पर बात हुई है और उन्होंने कहा कि जब भी कुछ हो सकता है इस मामले में किया जाएगा। लेकिन कुछ लोग इस मसले की वजह से प्रदेश में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर रहे हैं, बावजूद इसके कि यह घटना एक अफवाह की वजह से हुई, यह सही नहीं है।
बता दें कि इस घटना में पुलिस ने अब तक 101 लोगों को गिरफ्तार किया है और 9 नाबालिगों को भी पकड़ा है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के मुताबिक लिंचिंग को लीड करने के 5 मुख्य आरोपियों को भी धर-दबोचा है और सबकी 30 अप्रैल तक पुलिस रिमांड ले ली है। राज्य सरकार दो पुलिस वालों को सस्पेंड भी किया है और पुलिस वालों के व्यवहार को लेकर भी जांच कराने की बात कही है। पालघर के जिला कलेक्टर कैलास शिंदे के मुताबिक, 'हम अधिकारियों द्वारा लिए गए निर्णयों की जांच करेंगे और घटना के दौरान उनके बर्ताव को लेकर भी जांच करेंगे। '
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