तीन माह से नक्सली कर रहे थे सुकुमा हमले की प्लानिंग
सुकुमा। सात नवंबर को राज्य की इंटेलीजेंस यूनिट, जो केंद्रीय इंटेलीजेंस ब्यूरो के साथ को-ऑर्डिनेट करती है, उसकी ओर से एक खास अलर्ट जारी किया गया था। इस अलर्ट में साफ कहा गया था कि आने वाले दिनों में छत्तीसगढ़ में एक बड़े नक्सल हमले की साजिश रची जा रही है।
500 नक्सलियों की गिरफ्तारी से निराशा
कैडर्स में खोए हुए आत्मश्विवास को फिर से हासिल करने के मकसद से वह बड़ी साजिश को अंजाम देने की तैयारी कर चुके हैं। एजेंसियों की ओर से दी गई चेतावनी में कहा गया था कि करीब 500 नक्सलियों को पिछले दिनों गिरफ्तार किया गया है। इस बात से उनका आत्मविश्वास कमजोर हो गया है और उन्हें बड़ा झटका लगा है।
इस अलर्ट में कहा गया था कि नक्सली खुद को संगठित करने की कोशिशों में लगे हुए हैं। बस्तर क्षेत्र में अपने कमजोर पड़ते वजूद की वजह से वह इस हमले को अंजाम दे सकते हैं।
तीन माह की कोशिशों का नतीजा
एजेंसियों ने राज्य में मशीनरी को चौंकन्ना होने को कहा था। इंटलीजेंस ब्यूरो की मानें तो सोमवार को हुआ नक्सल हमला पिछले तीन माह की कोशिशों को नतीजा है।
जबकि 23 दिन पहले इस हमले का अलर्ट जारी किया गया था। एक वरिष्ठ अधिकारी की मानें तो यह हमला नक्सलियों के दुस्साहस के साथ ही साथ उनके भीतर पनप रही निराशा को बताने के लिए काफी है। अपनी ताकत और आत्मवश्विास को हासिल करने के लिए वह किसी भी तरह से इस हमले को अंजाम देना चाहते थे।