सिद्धू ने अपनी ही सरकार पर बोला हमला, कहा- पंजाब में कांग्रेस नहीं, बादल चला रहे सरकार
चंडीगढ़, 9 मई। पंजाब में सीएम अमरिंदर के खिलाफ मोर्चा खोले कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने अपना हमला तेज कर दिया है। सिद्धू ने रविवार को पंजाब में अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में चल रही अपनी ही पार्टी की सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। सिद्धू ने कहा है कि विधायकों को ऐसा लगता है कि आज भी राज्य को उनकी अपनी पार्टी नहीं बल्कि बादल परिवार चला रहा है। बता दें पिछले चुनाव में कांग्रेस ने प्रकाश सिंह बादल के नेतृत्व वाली अकाली-बीजेपी गठबंधन की सरकार को हराकर राज्य में अपनी सरकार बनाई थी।
सिद्धू और अमरिंदर में ठनी
सिद्धू लगातार कांग्रेस सरकार पर हमलावर हैं। एक दिन पहले उन्होंने सीएम अमरिंदर सिंह पर यह कहते हुए अक्षमता का आरोप लगाया था कि सरकार को 2015 के कोटकपुर पुलिस फायरिंग मामले में पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के आदेश को मानने के लिए मजबूर होना पड़ा था।
पंजाब के फरीदकोट में धार्मिक पुस्तक का अपमान के विरोध के दौरान हुई इस घटना की एसआईटी जांच रिपोर्ट को हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया था। कोर्ट के फैसले के बाद से ही सिद्धू मामले को लेकर अपनी ही सरकार पर हमलावर रहे हैं और मामले में सरकार पर सही से काम न करने का आरोप लगाते रहे हैं।
इसके पहले सिद्धू के आरोपों पर जवाब देते हुए सीएम अमरिंदर सिंह ने इसे पूरी तरह से अनुशासनहीनता बताया था और सिद्धू को आप में चले जाने की सलाह दी थी।
बादल परिवार के इशारे पर काम कर रहे अधिकारी- सिद्धू
वहीं ताजा हमले में सिद्धू ने पूर्ववर्ती अकाली-बीजेपी सरकार का नेतृत्व करने वाले बादल परिवार का नाम लेते हुए कहा कि राज्य की नौकरशाही और पुलिस आज भी उनकी इच्छा के अनुसार काम कर रही है।
रविवार को एक ट्वीट में सिद्धू ने लिखा "विधायकों के बीच इस बात पर आम सहमति है कि कांग्रेस सरकार के बदले में बादल सरकार शासन कर रही है। नौकरशाही और पुलिस हमारे विधायकों और पार्टी कार्यकर्ताओं की सुनने से ज्यादा बादल परिवार की इच्छा के अनुसार काम कर रही है। सरकार लोगों के भले के लिए नहीं बल्कि माफिया राज का नियंत्रण जारी रखने के लिए काम कर रही है।"
पिछले दिनों ही सिद्धू ने की थी मीटिंग
अमृतसर से विधायक नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ लगातार मोर्चा खोले हुए हैं। एक दिन पहले ही खबर आई थी कि शुक्रवार को सिद्धू ने कैप्टन के विरोधी दो मंत्रियों और पार्टी के कुछ विधायकों के साथ बैठक की थी। इस बैठक में फैसला किया गया था कि विधायकों का समूह सीएम पर इस बात को लेकर दबाव बनाएगा कि वह धार्मिक पाठ की बेअदबी के मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करें। 2017 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने इस मामले में कार्रवाई का वादा किया था।
पिछले महीने ही मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के साथ उनके फार्म हाउस में पार्टी के कई विधायकों ने बैठक की थी जिसमें उन्हें दोषियों के खिलाफ शीघ्र कार्रवाई करने की मांग की थी।
पंजाब कांग्रेस में सब ठीक नहीं, एक्टिव हुआ CM अमरिंदर विरोधी गुट, सिद्धू के साथ हुई मीटिंग